फिटकरी क्या है? – What is Alum in Hindi
फिटकरी एक रंगहीन रसायानिक पदार्थ है, जो एक क्रिस्टल की तरह होती है। इसका रासायनिक नाम पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट है। इसे अंग्रेजी में एलम कहा जाता है। सामान्य से दिखने वाले इस पदार्थ में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इन्हीं गुणों की मौजूदगी के कारण फिटकरी का महत्व चिकित्सा के क्षेत्र में अहम है। फिटकरी किस काम आती है और फिटकरी में मौजूद औषधीय गुणों से जुड़ी विस्तृत जानकारी हम आपको लेख के अगले भागों में देंगे। आईएसकेडी मेडीफिट के इस लेख के माध्यम से आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरूप सिंह बताएँगे कि फिटकरी के सही इस्तेमाल से स्वास्थ्य को किस किस तरह से आपको फायदे मिल सकते हैं।
फिटकरी, जिसे अंग्रेजी में एलम (Alum) के नाम से जाना जाता है, एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला नमक है जो कई लाभ प्रदान करता है। एल्यूमीनियम सल्फेट और पोटेशियम सल्फेट का एक संयोजन, यह एक सफेद रंग का क्रिस्टल है। इसका उपयोग सदियों से इसके लाभकारी गुणों के लिए किया जाता रहा है। अक्सर पुरुष शेविंग करने के बाद फिटकरी (Alum) का इस्तेमाल अपने चेहरे पर करते हैं, इससे कटने पर निकलने वाले खून को बंद किया जा सकता है, साथ ही यह चेहरे को सॉफ्ट भी बनाता है। हालांकि, अब तक आपने फिटकरी का इस्तेमाल (Use of Fitkari) सिर्फ दाढ़ी बनाने के लिए ही किया है, तो आप जान लें कि इसके सेहत पर भी कई लाभ होते हैं।
सिर्फ दाढ़ी बनाने के बाद स्किन को सॉफ्ट बनाने के काम नहीं करती फिटकरी! मिलते हैं ये जबरदस्त फायदे भी, उड़ जाएंगे होश
फिटकरी में एंटी बैक्टीरियल तत्व मौजूद होता है, जो बैक्टीरिया का सफाया करता है। तभी, दाढ़ी बनाने के बाद इसे चेहरे पर दाढ़ी बनाने वाले भी इसका इस्तेमाल करते हैं, ताकि कोई इंफेक्शन से आप बचे रहें। फिटकरी दो प्रकार की होती है लाल और सफेद। अधिकतर लोग सफेद फिटकरी का ही इस्तेमाल करते हैं। आइए जानते हैं फिटकरी के ऐसे फायदें, जो आपको चौंका देंगे।
प्राचीन आयुर्वेद में भी है फिटकरी के इस्तेमाल का पूर्ण विवरण है
पुराने समय से फिटकरी का इस्तेमाल पानी को शुद्ध करने के लिए किया जाता रहा है। आयुर्वेद में फिटकरी का उपयोग वर्षों से विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता रहा है। फिटकरी पानी में घुलनशील और शराब में अघुलनशील है। यह मुख्य रूप से विभिन्न बीमारियों को ठीक करने के लिए प्रयोग की जाती है।
विज्ञान भी मानता है फिटकरी के लाभ
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के अनुसार फिटकरी बैक्टीरिया को साफ करने और छिद्रों को कसने में भी मदद कर सकती है, जिससे मुंहासे के घाव कम हो सकते हैं। आपको शायद याद हो, जब तक आफ्टर शेव चलन में नहीं थे, तब पुरुष शेविंग के बाद फिटकरी का ही इस्तेमाल किया करते थे।
पानी स्वच्छ करना हो या आफ्टर शेव लोशन के लिए इस्तेमाल करना हो, फिटकरी के ये उपयोग आप में से कई लोगों ने देखे और सुने होंगे। वहीं, शायद ही आपको मालूम हो की यह पारदर्शी पत्थर जैसी दिखने वाली फिटकरी स्वास्थ्य संबंधी कई मामलों में भी कारगर है। यही वजह है कि आईएसकेडी मेडीफिट के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही फिटकरी के फायदे बता रहे हैं, जिनके बारे में आपने इससे पहले बमुश्किल ही सुना होगा। लेख में बताए जाने वाले फिटकरी के फायदे महज घरेलू उपाय है, जो केवल समस्या में राहत दिला सकते हैं।
फिटकरी के औषधीय गुण: निम्न बिंदुओं के माध्यम से हम फिटकरी में मौजूद कुछ सामान्य औषधीय गुणों के बारे में जान सकते हैं:
- एंटीबायोटिक (सूक्ष्म जीवों को नष्ट करने वाला)
- एंटी-ट्राइकोमोनस (प्रोटोजोवल इन्फेक्शन को खत्म करने वाला)
- एस्ट्रिंजेंट (संकुचन पैदा करने वाला)
- एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों के प्रभाव को नष्ट करने वाला)
- एंटीइंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाला)
इसे किसी समस्या का उपचार नहीं कहा जा सकता। किसी भी बीमारी का पूर्ण उपचार डॉक्टरी परामर्श पर ही निर्भर करता है।
फिटकरी के प्रकार – Types of Alum in Hindi
फिटकरी का सही चुनाव करना एक बड़ा सवाल हो सकता है। सही चुनाव करने के लिए आपको इसके विभिन्न रूपों के बारे में पता होना चाहिए। आइए, नीचे जानते हैं फिटकरी के विभिन्न प्रकारों के बारे में।
पोटैशियम एलम :
पोटैशियम एलम को पोटाश एलम और पोटैशियम एलम सल्फेट के नाम से भी जाना जाता है। इसका इस्तेमाल लंबे समय से किया जा रहा है। माना जाता है कि 1500 ईसा पूर्व के आसपास फिटकरी के इस रूप का इस्तेमाल पानी की गंदगी को साफ करने के लिए किया गया था।
अमोनियम एलम :
अमोनियम एलम एक सफेद क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है। फिटकरी के इस प्रकार का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन और व्यक्तिगत देखभाल संबंधी उत्पादों में किया जाता है, जैसे आफ्टरशेव लोशन और हाथों से जुड़े उत्पाद।
क्रोम एलम :
क्रोम एलम भी फिटकरी का एक प्रकार है, जिसे क्रोमियम पोटैशियम सल्फेट के नाम से भी जाना जाता है। यह क्रोमियम (एक रासायनिक तत्व) का पोटैशियम डबल सल्फेट है, जिसका इस्तेमाल चमड़ा बनाने की प्रक्रिया में किया जाता है।
एल्यूमीनियम सल्फेट :
इस कम्पाउन्ड को पेपरमेकर की फिटकरी के रूप में भी जाना जाता है। वैसे, तकनीकी रूप से यह फिटकिरी नहीं है।
सोडियम एलम :
यह एक अकार्बनिक (Inorganic) कंपाउंड है, जिसे सोडा एलम के नाम से भी जाना जाता है। इस सफेद ठोस का उपयोग बेकिंग पाउडर के निर्माण और फूड एडिटिव के रूप में किया जाता है। इसे खाने वाली फिटकरी भी कहा जा सकता है।
सेलेनेट एलम :
फिटकरी का वो प्रकार, जिसमें सल्फर की जगह सेलेनियम मौजूद होता है।
फिटकरी के फायदे – Benefits of Alum in Hindi
लेख के इस भाग में हम शारीरिक समस्याओं में फिटकरी के फायदे बता रहे हैं, जो इस प्रकार हैं:
फिटकरी के फायदे दांतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए
दांतों में कैविटी और इस कैविटी के कारण दांतों के क्षय की समस्या काफी आम है। फिटकरी के उपाय इस समस्या से राहत दिलाने में कारगर साबित हो सकते हैं। अमेरिका की इंडियाना यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक शोध से यह बात साफ होती है। शोध में माना गया कि फिटकरी का दांतों पर नियमित उपयोग दांतों पर जमा होने वाली कैविटी को नष्ट करने में मदद कर सकता है। इस तथ्य को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि दंत स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए फिटकरी के लाभ सहायक साबित हो सकते हैं।
फिटकरी के फायदे तन की दुर्गन्ध हटाने के लिए
तन की दुर्गन्ध हटाने के लिए भी फिटकरी का उपयोग लाभकारी माना जा सकता है। इस बात की पुष्टि फिटकरी से संबंधित एक शोध से होती है। शोध में माना गया कि फिटकरी में एंटीबैक्टीरियल (बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) गुण पाया जाता है। इसी गुण के कारण तन की दुर्गन्ध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट कर फिटकरी से नहाने के फायदे हासिल किए जा सकते हैं। यही वजह कि कई डियोड्रेंट बनाने वाली कंपनियां इसे एक सक्रिय घटक के रूप में अपने उत्पाद में शामिल करती हैं। ऐसे में फिटकरी के उपाय के तौर पर नहाने के गुनगुने पानी में फिटकरी मिलाकर इस्तेमाल करने से तन की दुर्गन्ध से राहत पाई जा सकती है।
चर्म रोग में फायदेमंद
चर्मरोग से परेशान हैं, तो रोजाना प्रभावित जगह पर फिटकरी के पानी से त्वचा को साफ करें।
फिटकरी के फायदे माउथवाश के लिए
एक कारगर माउथवाश के तौर पर भी फिटकरी के लाभ हासिल किए जा सकते हैं। टर्की की गाजी यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में बताया गया है कि फिटकरी दांतों पर जमा प्लाक को हटाने के साथ ही लार में उपस्थित हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में भी मदद करती है। इस कारण इसका उपयोग खासकर बच्चों के मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार साबित हो सकता है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि फिटकरी के गुण माउथवाश के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं, लेकिन इसे पीना नहीं है हैं।
फिटकरी के फायदे बुखार, खांसी और अस्थमा के लिए
अन्य शारीरिक समस्याओं के साथ ही फिटकरी का उपयोग बुखार, खांसी और अस्थमा जैसी समस्या में भी कारगर साबित हो सकता है। फिटकरी से संबंधित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है। इस शोध में सीधे तौर पर जिक्र मिलता है कि फिटकरी का उपयोग खांसी, काली खांसी, अस्थमा और मलेरिया व थायराइड फीवर में सकारात्मक परिणाम प्रदर्शित कर सकता हैं। वहीं, विशेषज्ञों की मानें, तो यह सही है कि फिटकरी का उपयोग कई आयुर्वेदिक दवाइयों में किया जाता है, लेकिन इसके सीधे सेवन से बचना चाहिए। अच्छा होगा इस विषय को लेकर डॉक्टर से संपर्क करें।
अस्थमा से ग्रस्त लोगों को खांसी आए, तो आधा ग्राम पिसी हुई फिटकरी को शहद में मिलाकर चटवाएं। इससे लाभ होगा। खांसी बंद हो जाएगी।
टॉन्सिल में फायदेमंद
टॉन्सिल में दर्द हो, तो गर्म पानी में चुटकी भर फिटकरी और नमक डालकर गरारे करें। इससे टॉन्सिल में होने वाले दर्द से आराम मिलेगा।
फिटकरी के फायदे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन से जुड़ी समस्याओं में भी फिटकरी खाने के फायदे सहायक साबित हो सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, फिटकरी मूत्राशय से होने वाले भारी रक्तस्राव को रोकने का काम कर सकती है, जो किसी संक्रमण की वजह से हो सकता है। फिटकरी एक कारगर एस्ट्रिंजेंट है, जो रक्तस्राव वाले भाग पर प्रभावी रूप से काम कर सकती है।
इस आधार पर यह माना जा सकता है कि फिटकरी के लाभ यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन में भी सहायक हो सकते हैं। वहीं, इस बात का ध्यान रखा जाए कि इसे प्राइवेट पार्ट पर सीधे इस्तेमाल न किया जाए, क्योंकि इससे जलन और चुभन की समस्या हो सकती है। इसके लिए डॉक्टरी परामर्श पर फिटकरी के पानी का सेवन किया जा सकता है। फिटकरी का पानी बनाने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में फिटकरी का एक छोटा टुकड़ा डालें और कुछ देर बाद उसे निकालकर पानी का सेवन करें।
फिटकरी के फायदे सिर की जुओं से छुटकारा पाने के लिए
फिटकरी के फायदे बालों के लिए भी उपयोगी साबित हो सकते हैं। जुएं बालों की एक आम समस्या हैं। इससे राहत पाने के लिए भी फिटकरी का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है। दरअसल, जुओं से राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार से संबंधित इंडियन जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी के शोध से इस बात की पुष्टि होती हैं। शोध में जुओं से छुटकारा दिलाने वाले कई उपचार सुझाए गए हैं, जिनमें फिटकरी का भी जिक्र शामिल हैं। शोध में माना गया है कि जुओं से राहत पाने के लिए पेस्ट के रूप में फिटकरी का उपयोग स्कैल्प पर करना लाभदायक साबित हो सकता है।
हैजा में फायदेमंद
हैजा होने पर फिटकरी का चूर्ण पानी में मिलाकर घूंट-घूंट करके पिएं। इससे हैजा के मरीजों को आराम मिलता है।
फिटकरी के फायदे चेहरे पर मौजूद अनचाहे बालों से छुटकारा दिलाने के लिए
चेहरे पर मौजूद अनचाहे बाल किसी को शर्मसार कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि प्राचीन चिकित्सा में अनचाहे बालों को हटाने के लिए फिटकरी को एक नुस्खे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह नुस्खा आज भी कारगर है। आपको बस आधा चम्मच फिटकरी लेनी है और इसमें गुलाब जल मिलाना है। फिर इसे अपने चेहरे पर उन हिस्सों पर लगाना है जहां पर ज्यादा अनचाहे बाल हैं और 20 मिनट के लिए छोड़ देना है। उसके बाद गुलाब जल से अपने चेहरे को धो लें और त्वचा पर मॉइस्चराइजर लगाएं। आंखों के आसपास क्षेत्रों पर इस मिश्रण को लगाने से बचें। आप देखेंगे धीरे-धीरे चेहरे पर मौजूद अनचाहे बाल कम होने लगे हैं।
फिटकरी के फायदे कटने और घाव भरने के लिए
फिटकरी में घाव भरने का गुण भी पाया जाता है। इस कारण मामलू काटने और छोटे घावों को साफ करने व भरने के लिए भी फिटकरी के लाभ असरदार साबित हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि फिटकरी के औषधीय लाभों से संबंधित एक शोध में मिलता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कट या हल्के घाव पर फिटकरी का उपयोग लाभकारी हो सकता है।
फिटकरी के फायदे चेहरे के मुंहासों के लिए
फिटकरी के उपयोग से मुंहासों की समस्या में भी राहत मिल सकती है। इस बात का जिक्र इंटरनेशनल जर्नल ऑफ वूमेंस डर्मेटोलॉजी के शोध में मिलता है। शोध में बताया गया है कि अपने एस्ट्रिंजेंट गुण के कारण यह रोम छिद्रों में कसाव लाने का काम कर सकता है। चूंकि, रोम छिद्रों के बड़े होने के कारण मुंहासों का जोखिम अधिक रहता है। इस कारण चेहरे पर फिटकरी लगाने के फायदे मुंहासों से राहत दिलाने में कुछ हद तक कारगर साबित हो सकते हैं। इसके लिए फिटकरी का पेस्ट प्रभावित जगह पर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, लेकिन ध्यान रहे कि इसके अधिक इस्तेमाल से त्वचा काली हो सकती है।
फिटकरी के फायदे झुर्रियां घटाएं और बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करे
फिटकरी से संबंधित एनसीबीआई के एक शोध के मुताबिक यह एक प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट का काम करती है। फिटकरी का यह गुण त्वचा में कसाव लाकर रूखी, बेजान और लटकी त्वचा को ठीक करने में सहायक साबित हो सकता है। वहीं, फिटकरी के इसी गुण को देखते हुए कई कॉस्मेटिक क्रीम में भी इसे सक्रीय घटक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि चेहरे पर फिटकरी लगाने के फायदे बढ़ती उम्र के प्रभाव को और झुर्रियों की समस्या को ठीक करने में कुछ हद तक उपयोगी साबित हो सकते हैं। फिर भी ठोस प्रमाण की कमी के कारण साफ तौर पर यह कह पाना मुश्किल होगा कि इस मामले में यह कितनी प्रभावी साबित होगी।
फिटकरी के फायदे एक्जिमा और खुजली को ठीक करने के लिए
फिटकरी के लाभदायक गुण एक्जिमा और खुजली जैसी त्वचा से संबंधित समस्याओं में भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई के फिटकरी से संबंधित एक शोध से होती है। शोध में माना गया है कि फिटकरी कई शारीरिक समस्याओं के साथ ही एक्जिमा (त्वचा रोग का एक प्रकार) और प्यूरिटिस (खुजली) की समस्या में लाभकारी प्रभाव प्रदर्शित कर सकती है।
घर की कलह को दूर करेगा यह उपाय
घर के सदस्यों के बीच लड़ाई-झगड़ा होता रहता है तो रात को पलंग के नीचे पानी के गिलास में फिटकरी के कुछ टुकड़े डाल दें और फिर उसको अगली सुबह उस जल को पीपल पर डाल दें। ऐसा करने से आपके घर की कलह दूर हो जाएगी, साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम भाव बढ़ने लगेगा। ऐसा आप एक महीने तक करते रहें।
व्यापार में तरक्की के लिए करें फिटकरी का यह उपाय
तंत्र शास्त्र के अनुसार, अगर दुकान या ऑफिस मंदी की वजह से सही से नहीं चल रही है तो काले कपड़े में फिटकरी रखकर उसे दुकान या ऑफिस के मेन गेट पर बांध दें। ऐसा करने से ना सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा दूर जाएगी बल्कि आपको व्यापार में तरक्की देखने को मिलेगी। धीरे-धीरे आपकी समस्या खत्म हो जाएगी।
इंटरव्यू में मिलेगी सफलता अगर करंगे फिटकरी का इस तरह से इस्तेमाल
अगर आप इंटरव्यू में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो सबसे पहले फिटकरी के पांच टुकड़े, 6 नीले फूल और एक बेल्ट (कमर में बांधने वाली) लें और इन सबको नवमी के दिन देवी मां को चढ़ा दें। फिर दशमी के दिन बेल्ट किसी कन्या को दे दें, फूल बहते पानी में प्रवाहित कर दें और फिटकरी के टुकड़े अपने पास रख लें और फिर इंटरव्यू देने जाएं। ऐसा करने से आपको सफलता जरूर मिलेगी।
फिटकरी का उपयोग कैसे करें – How to Use Alum in Hindi
अलग-अलग समस्याओं में फिटकरी के उपयोग कुछ खास तरीकों से करने की सलाह दी जाती है, जो कुछ इस प्रकार हैं:
खांसी और अस्थमा के लिए : 10 ग्राम फिटकरी और 10 ग्राम चीनी को पीस कर चूर्ण बना लें और 14 भागों में अलग कर दें। अब रोज रात को सोने से पहले एक कप गर्म दूध के साथ इस चूर्ण के एक भाग का सेवन करें।
नोट – खांसी के लिए फिटकरी के प्रयोग से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
दांतों और मुंह के लिए : दांतों से प्लाक और कैविटी हटाने के लिए फिटकरी को माउथवाश के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक गिलास पानी गर्म कर लें और उसमें चुटकी भर नमक और एक छोटा चम्मच फिटकरी पाउडर मिलाकर छान लें। ठंडा होने पर इस पानी को इस्तेमाल में ला सकते हैं।
जुओं के लिए : जुओं के लिए फिटकिरी का उपयोग करने के लिए फिटकरी का पाउडर लें और इसे पानी में मिलाएं। अब इस मिश्रण को अपने स्कैल्प पर लगाएं और 10 मिनट तक मसाज करें, इसके बाद ठंडे पानी से बालों को धो लें। इसके बाद अपने बालों को शैम्पू और कंडीशन करना न भूलें।
ऐंठन के लिए : इसके लिए समान मात्रा में हल्दी और फिटकरी पाउडर लें और पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगाएं। ध्यान रहे पेस्ट मले नहीं, बल्कि लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें और बाद में हल्के गुनगुने पानी से त्वचा को धो लें। दिन में दो-तीन बार कुछ दिन यह उपाय करके दर्द से राहत मिल जाएगी।
चोट या घाव के लिए : एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच फिटकरी पाउडर मिलाएं और गुनगुना होने के लिए रख दें। अब इस पानी से चोट या घाव को दिन में दो से तीन बार धोएं।
शेव करने के बाद : शेव करने के बाद आप चेहरे पर पानी की कुछ बूंदें छिड़कर सीधा फिटकरी को रगड़ सकते हैं। ऐसा करने से सेप्टिक होने की आशंका कम हो सकती है। मगर, फिटकरी की जगह आफ्टर शेव लोशन का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर माना जाता है
झुर्रियों और एंटीएजिंग के लिए : चेहरे पर साफ पानी छिड़कें और फिटकरी के टुकड़े को सीधा पूरे चेहरे (आंखों और होंठों को छोड़कर) पर धीरे-धीरे रगड़ें।
फिटकरी को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें
निम्न बिन्दुओं के माध्यम से फिटकरी को सुरक्षित रखने के बारे में जाना जा सकता है।
- फिटकरी के क्रिस्टल को हमेशा सुखाकर रखना चाहिए, इससे वह लंबे समय तक सुरक्षित रह सकती है।
- इस्तेमाल के बाद इसे किसी एयर टाइट कंटेनर में रख कर इसे सुरक्षित किया जा सकता है।
- फिटकरी पाउडर की बात करें, तो इसे हमेशा एयरटाइट कंटेनर में रखा जाना चाहिए।
फिटकरी से नुकसान – Side Effects of Alum in Hindi
इसमें कोई शक नहीं है कि फिटकरी गुणकारी पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल शरीर से जुड़ी कई परेशानियों के लिए कर सकते हैं, लेकिन फिटकरी के फायदे के साथ फिटकरी से नुकसान को भी नकारा नहीं जा सकता है। नीचे जानिए फिटकरी से होने वाले कुछ नुकसान।
- फिटकरी को सूंघने से नाक-गले में जलन, फेफड़ों को प्रभावित करने वाली खांसी, घरघराहट और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
- अधिक मात्रा में चेहरे पर फिटकरी लगाने के नुकसान के रूप में स्किन पर जलन व रैशेज की समस्या हो सकती है।
- पानी में मिलाई गई फिटकरी के संपर्क में आने से आंखें बुरी तरह प्रभावित हो सकती हैं।
उम्मीद है आईएसकेडी मेडीफिट के इस लेख के माध्यम से आप जान गए होंगे कि सामान्य-सा दिखने वाला यह पदार्थ कितना लाभदायक है। ऐसे में आप लेख में बताई गई समस्याओं के लिए फिटकरी के उपयोग को ध्यान में रखते हुए इसे प्रयोग में ला सकते हैं। इसे इस्तेमाल में लाना बिल्कुल आसान है और इसके लिए ज्यादा मशक्कत करने की भी जरूरत नहीं है। हो सकता कि इसे लगाने से कुछ फिटकरी के नुकसान नजर आएं, लेकिन ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं, बल्कि सीधा डॉक्टर से संपर्क करें। आशा है फिटकरी के फायदे और नुकसान जानने में यह लेख काफी हद तक मददगार साबित हुआ होगा।
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