अधिकतर हम बाजार में लाल और नारंगी रंग के ही गाजर देखते हैं, लेकिन गाजर का एक और प्रकार होता है। जी हां, गाजर काली रंग की भी होती है। इसे काली गाजर कहा जाता है। काली गाजर भी लाल गाजर की तरह ही स्वाद में बेहतर होने के साथ ही सेहत के लिए फायदेमंद भी होती है। आईएसकेडी मेडीफिट (ISKD Medifit) के इस लेख में जाने माने प्राचीन आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरूप बता रहे हैं काली गाजर के फायदे। यहां इसका उपयोग करने का तरीका और काली गाजर के नुकसान की भी जानकारी मौजूद है।
काली गाजर शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फाइबर, आयरन, बीटा कैरोटिन और विटामिन सी आदि पाए जाते हैं। सर्दियों में काली गाजर खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है, वजन कम होता है और आंखो को स्वस्थ रखने में मदद मिलती हैं। काली गाजर खाने से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। ये हार्ट को लंबे समय तक हेल्दी रखने में मदद करती हैं। इसको खाने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। आइए जानते हैं सर्दियों में काली गाजर खाने के अन्य फायदों के बारे में।
गाजर की तासीर ठंडी होती है। फिर भी यह सर्दी में बहुत फायदेमंद होती है। यूनाईटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के वैज्ञानिकों का कहना है कि गाजर को पोषण का खजाना ऐसे ही नहीं कहा जाता है। गाजर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए होने के साथ ही इसमें विटामिन सी, के, बी 1, बी 2, बी 3, बी 6 और ई भी पाया जाता है।
काली गाजर आपकी सेहत के लिए क्यों अच्छा है? (Why is black carrot good for your health?)
सेहत के लिए काली गाजर के फायदे कई सारे हैं। इसके पीछे की वजह है, इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व। गाजर से जुड़े एनसीबीआई के एक शोध में भी इस बात का जिक्र है। रिसर्च में साफतौर से बताया गया है कि काली गाजर विटामिन सी, फेनोलिक यौगिक, कैरोटीनॉयड के साथ ही कई प्रकार के फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होती है।
काली गाजर के औषधीय गुण कोलेस्ट्रॉल, कैंसर और कार्डियोवैस्कुलर (हृदय संबंधी) बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। साथ ही ये रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए काली गाजर के फायदे और भी हैं, जिनके बारे में हम लेख में आगे विस्तार से बताया गया है।
नोट: काली गाजर किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है। यह कई बीमारियों के लक्षणों को कम कर सकता है। अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो डॉक्टर से इलाज जरूर करवाएं।
काली गाजर के कई फ़ायदे हैं:
- पाचन में सुधार करती है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है
- कैंसर को रोकने में मदद कर सकती है
- मोतियाबिंद रोकती है
- नज़र के चश्मे से मुक्ति दिलाती है
- सूजन से लड़ने में मदद करती है
- तंत्रिका स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकती है
- आंत की सेहत के लिए लाभदायक होती है
- एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है
- विटामिन-ए का उच्च स्त्रोत होती है
- मोटापे से लड़ती है
- कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है
- रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है
- अर्थराइटिस में फ़ायदेमंद
- एंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं
- आंखों के लिए सही मानी जाती है
काली गाजर आहारीय फ़ाइबर का एक अच्छा स्रोत है. इसमें मौजूद फ़ाइबर, सुचारू पाचन में मदद करता है, कब्ज को रोकने में मदद करता है, और एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम का समर्थन करता है. काली गाजर में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-ओबेसिटी गुण मौजूद होते हैं, जो वज़न बढ़ने से रोकने के साथ फैट्स को कंट्रोल करके मेटाबॉलिज़्म में भी सुधार करते हैं. इसके अलावा काली गाजर में मौजूद फ़ाइबर की मात्रा भी बॉडी में फैट को बढ़ने से रोकती है. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोज़ाना डाइट में काली गाजर खाने की सलाह दी जाती है.
काली गाजर के फायदे – Benefits of Black Carrots in Hindi
काली गाजर के फायदे कई हैं, यह हम बार-बार कह रहे हैं। बस तो आगे हम हम स्वास्थ्य के लिए काली गाजर के फायदे क्रमवार रिसर्च के आधार पर बता रहे हैं।
वजन कम करने के लिए काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots for weight loss):
मोटापे की समस्या को कम करने के लिए काली गाजर का सेवन कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, काली गाजर में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल वजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये पॉलीफेनॉल शरीर के बॉडी मास को लगभग 6.7 प्रतिशत तक और फैट मास यानी वसा द्रव्यमान को 7.1 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं।
एक अन्य रिसर्च में यह भी सामने आया है कि काली गाजर में पाए जाने वाले एंथोसायनिन फ्लेवोनोइड में एंटी ओबेसिटी प्रभाव होता है, जो मोटापे की समस्या को कम कर सकता है। हालांकि, वजन कम करने के लिए काली गाजर के सेवन के साथ ही रोजाना व्यायाम और संतुलित डाइट पर भी ध्यान देना जरूरी है।
सर्दियों में काली गाजर खाने से वजन कम करने में मदद मिलती है। काली गाजर में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है। जिस कारण इसको खाने से वजन नहीं बढ़ता और शरीर हेल्दी रहता है। काली गाजर में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पेट को लंबे समय तक भर कर रखता है। इसको खाने से भूख कम लगती है। जिस वजन कम होता है।
पाचन तंत्र के लिए काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots for digestive system):
सर्दियों में काली गाजर खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और डाइजेशन में सुधार होता है। काली गाजर में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज, एसिडिटी आदि की समस्याओं को आसानी से दूर करती हैं। पाचन तंत्र की परेशानी दूर करने के लिए डाइट में काली गाजर को अवश्य शामिल करें।
हृदय को स्वस्थ रखने में काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots in keeping heart healthy):
हृदय संबंधी समस्या में काली गाजर के फायदे देखे गए हैं। एक रिसर्च के मुताबिक काली गाजर में मौजूद एंटीइंफ्लामेटरी प्रभाव और बायोएक्टिव कंपाउंड ब्लड कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकते हैं। इस प्रकार रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर को कम करने से कार्डियोवैस्कुलर यानी हृदय तथा रक्त वाहिकाओं संबंधी बीमारियों को कम किया जा सकता है। ध्यान रखें कि गंभीर हृदय रोग होने पर डॉक्टर के द्वारा बताए गए उपचार को ही प्राथमिकता दें।
सर्दियों में काली गाजर खाने से दिल हेल्दी रहता है। काली गाजर में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल को हेल्दी रखने में मदद करता है। सर्दियों में काली गाजर खाने से हार्ट संबंधी बीमारियां होने का खतरा कम होता हैं।
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots in cholesterol control):
बढ़ते हुए रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी काली गाजर फायदेमंद हो सकती है। दअरसल, शोध के मुताबिक काली गाजर में एंथोसायनिन फ्लेवोनोइड होता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को रोकने में मददगार साबित हो सकता है। एक अन्य रिसर्च के अनुसार, काली गाजर में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड से ब्लड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने में सहायता मिल सकती है।
गठिया की समस्या में काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots in arthritis problem):
गठिया की समस्या में भी काली गाजर लाभदायक हो सकती है। एक रिसर्च के अनुसार, रूमेटाइड गठिया का एक कारण ऑक्सीडेटिव क्षति भी है। रिसर्च में इस बात की पुष्टि भी की गई है कि एंटीऑक्सीडेंट्स से ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को रोका जा सकता है, जो ऑक्सीडेटिव क्षति का कारण बनते हैं। इस प्रकार एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव ऑक्सीडेटिव डैमेज को कम कर रूमेटाइड गठिया से बचाव कर सकता है।
इसके अलावा, काली गाजर में एंथोसाइनिडिन्स नामक पॉलीफेनॉल भी होता है। यह पॉलीफेनॉल कोलेजन-प्रेरित गठिया और एंटीजन-प्रेरित गठिया की समस्या में मददगार साबित हो सकता है। इसी वजह से गठिया की शिकायत होने पर काली गाजर या इसका जूस पीना फायदेमंद साबित हो सकता है।
आंखों के लिए काली गाजर के फायदे(Benefits of black carrots for eyes):
सर्दियों में काली गाजर खाने से आंखे हेल्दी रहती है। काली गाजर में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाकर आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं। काली गाजर खाने से आंखों से जुड़ी परेशानियां भी आसानी से दूर होती हैं।
आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी काली गाजर का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दअरसल, आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी गाजर में मौजूद एंथोसायनिन फ्लेवोनोइड की ही भूमिका है। रिसर्च के अनुसार, एंथोसायनिन से रात को दिखाई देने की परेशानी कम हो सकती है। साथ ही काली गाजर से रेटिना में होने वाले सूजन के दौरान फोटोरिसेप्टर सेल्स फंक्शन की हानि को रोक सकता है।
काली गाजर से जुड़े रिसर्च में ग्लूकोमा (काला मोतिया) पर एंथोसायनिन कैप्सूल का सकारात्मक प्रभाव और विजुअल फंक्शन में सुधार देखा गया है। साथ ही काली गाजर विटामिन ए की कमी को भी दूर किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वैश्विक स्तर पर लोगों में विटामिन ए की कमी की समस्या देखी जा सकती है, जो आंखों की कमजोर रोशनी का एक मुख्य कारण है।
कैंसर से बचाव में काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots in preventing cancer):
काली गाजर का उपयोग कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है। शोध के अनुसार, काली गाजर में पाया जाने वाला एंथोसायनिन विभिन्न प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। एंथोसायनिन कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को लगभग 80 प्रतिशत तक रोकने में लाभदायक माना जाता है। एंथोसायनिन से कोलन (पेट), स्तन और प्रोस्टेट कैंसर की रोकथाम हो सकती है।
नोट: कैंसर की समस्या होने पर काली गाजर का उपयोग इलाज के रूप में नहीं किया जा सकता है। कैंसर की बीमारी में डॉक्टर द्वारा बताया गया उपचार ही लाभदायक साबित हो सकता है।
त्वचा के लिए काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrot for skin):
सेहत के साथ ही त्वचा के लिए भी काली गाजर का उपयोग लाभदायक हो सकता है। शोध में पाया गया है कि काली गाजर में विटामिन सी होता है। वहीं, विटामिन सी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। साथ ही विटामिन सी त्वचा को ग्लोइंग बनाने और शरीर में कोलेजन उत्पादन में सहायता करता है। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है, जो स्किन इलास्टिसिटी को बनाए रखने और झुर्रियों को रोकने के साथ ही उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots for mental health):
काली गाजर का सेवन न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी फायदेमंद हो सकता है। गाजर के कई प्रकार पर हुए एक रिसर्च के अनुसार, गाजर में थियामिन पोषक तत्व होता है, जिसे विटामिन बी 1 के रूप में भी जाना जाता है। थियामिन न सिर्फ नर्वस सिस्टम यानी तंत्रिका तंत्र के लिए, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हो सकता है। हालांकि, मानसिक स्वास्थ्य को लेकर काली गाजर के विषय में बहुत कम शोध किए गए हैं।
रक्तचाप की समस्या में काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots in blood pressure problem):
रक्तचाप को कम करने और उसे नियंत्रित करने के लिए भी काली गाजर महत्वपूर्ण हो सकती है। इस विषय पर चूहों पर किए गए एक रिसर्च के अनुसार, काली गाजर में एंथोसायनिन फ्लेवोनोइड पाया जाता है। यह फ्लेवोनोइड अन्य शारीरिक समस्या के साथ ही सिस्टोलिक रक्तचाप के जोखिम को कम करने में मददगार हो सकता है। गौर हो कि सिस्टोलिक रक्तचाप को मापने वाली ऊपर की संख्या होती है।
इम्यूनिटी को मजबूत करने में काली गाजर के फायदे (Benefits of black carrots in strengthening immunity):
सर्दियों में काली गाजर खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। काली गाजर में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है, जो मौसमी बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है। काली गाजर शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है।
काली गाजर शरीर के लिए बहुत पफायदेमंद होती है। लेकिन ध्यान रखें अगर आपको कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या है, तो डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करें।
काली गाजर का उपयोग – How to Use Black Carrots in Hindi
काली गाजर का उपयोग स्वाद और सेहत के नजरिए को ध्यान में रखते हुए कई प्रकार से किया जा सकता है।
- काली गाजर का सेवन सब्जी के रूप किया जा सकता है।
- इसका उपयोग अचार के रूप में भी कर सकते हैं।
- मुरब्बा बनाने में भी काली गाजर फायदेमंद हो सकती है।
- इसे साफ करके कच्चा भी खाया जा सकता है।
- काली गाजर को सुखाकर पाउडर बनाकर भी उपयोग में लिया जा सकता है।
- इसे सलाद बनाने के लिए उपयोग में ले सकते हैं।
- काली गाजर और खीरे का फेस पैक भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- कांजी यानी खट्टा पेय बनाने में भी काली गाजर उपयोगी होती है।
- काली गाजर का जूस बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
- काली गाजर से हलवा जैसे मीठे स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाए जा सकते हैं।
उपयोग के बाद यहां हम बता रहे हैं काली गाजर को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
काली गाजर को लम्बे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
काली गाजर को सुरक्षित रखने के लिए नीचे दिए गए तरीकों को अपनाया जा सकता है।
- कमरे के सामान्य तापमान पर काली गाजर को रख कर दो दिन तक उपयोग किया जा सकता है।
- काली गाजर को सुरक्षित रखने के लिए इसे सीधे फ्रिज में रख दें।
- इसे काटकर छोटे-छोटे टुकड़ों में भी फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं।
- रिसर्च के अनुसार, अधिक दिनों तक स्टोर की हुई काली गाजर के पौष्टिक तत्व में परिवर्तन हो सकता है (1)। ऐसे में एक हफ्ते से अधिक समय तक इसे स्टोर न करें।
काली गाजर के नुकसान – Side Effects of Black Carrots in Hindi
काली गाजर के फायदे पाने के लिए इसका उपयोग पूरी जानकारी के साथ ही करना चाहिए। बिना जानकारी और सफाई के इसका उपयोग करने पर सेहत के लिए काली गाजर के नुकसान हो सकते हैं। हालांकि, काली गाजर के नुकसान को लेकर बहुत ही कम शोध मौजूद हैं।
- मधुमेह की दवा लेने वालों को इसके उपयोग से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद एंथोसायनिन में एंटीडायबिटिक प्रभाव होता है, जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को और कम कर सकता है (3)।
- काली गाजर को सीधे तौर पर खाने से पहले साफ कर लेना चाहिए, नहीं तो इसके भंडारण के समय उपयोग किए गए हानिकारक केमिकल पेट में जाकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से पाचन से जुड़ी समस्या हो सकती है।
- गाजर और इससे जुड़े उत्पादों से एलर्जी है, तो काली गाजर के सेवन से भी एलर्जी की आशंका हो सकती है।
हर सब्जी और फल को प्रकृति ने कई गुणों और पोषक तत्वों से नवाजा है। ऐसा ही कुछ काली गाजर के साथ भी है। यहां हमने काली गाजर के फायदे और इससे जुड़ी तमाम जानकारी विस्तार से दी है। यदि आप भी इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं, तो इसे अचार या सब्जी के रूप में उपयोग में ला सकते है। फायदे के साथ ही हमने काली गाजर के नुकसान भी बताए हैं। बस तो सावधानी से इसका सेवन करें और काली गाजर के फायदे उठाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या काली गाजर का सेवन सुरक्षित है?
हां, काली गाजर का सेवन सामान्य गाजर की तरह ही सुरक्षित और फायदेमंद है।
काली गाजर किसके लिए अच्छी होती है?
काली गाजर दृष्टि में सुधार, प्रतिरक्षा बढ़ाने, सूजन को कम करने और कैंसर से बचाने में मदद करने के लिए जानी जाती है। वे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और पाचन में सुधार करने में मदद करने के लिए भी जाने जाते हैं।
लाल गाजर या काली गाजर कौन सी बेहतर है?
काली गाजर में नारंगी और लाल किस्म की गाजर की तुलना में कुल कैरोटीनॉयड की मात्रा अधिक होती है। काली गाजर में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है जो विटामिन ए के लिए एक पूर्व-संकेत है, जो आंखों की रोशनी को बनाए रखने और बनाए रखने में मदद करता है।
क्या काली गाजर खाना ठीक है?
काली गाजर आहारीय फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करती है । फाइबर सुचारू पाचन में सहायता करता है, कब्ज को रोकने में मदद करता है, और एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम का समर्थन करता है। अपने आहार में काली गाजर जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने से समग्र पाचन स्वास्थ्य में योगदान होता है।
1 दिन में कितनी गाजर खाना चाहिए?
एक दिन में 6 से 8 गाजर खा सकते हैं।
काली गाजर स्वाद में कैसी होती है?
काली गाजर स्वाद में सामान्य गाजर के जैसी ही होती है। सिर्फ इसका रंग गहरा होता है, जिसके कारण इसको काली गाजर कहते हैं।
क्या काली गाजर में आयरन की मात्रा पाई जाती है?
हां, काली गाजर में अन्य पोषक तत्वों के साथ ही आयरन की मात्रा भी होती है।
काली गाजर में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
काली गाजर में विटामिन बी, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, बीटा कैरोटीन और कैलोरी जैसे पोषक तत्व होते हैं।
गाजर कब नहीं खाना चाहिए?
जिन लोगों को बीपी और ब्लड शुगर की दिक्कत है तो उन्हें ज्यादा गाजर नहीं खाना चाहिए. यह खाने से ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ सकता है. ऐसे लोगों को गाजर खाने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए. जिन लोगों को नींद की समस्या होती है।
गाजर की तासीर क्या होती है?
वैसे तो गाजर की तासीर ठंडी होती है। फिर भी यह सर्दी में बहुत फायदेमंद होती है। यूनाईटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के वैज्ञानिकों का कहना है कि गाजर को पोषण का खजाना ऐसे ही नहीं कहा जाता है। गाजर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए होने के साथ ही इसमें विटामिन सी, के, बी 1, बी 2, बी 3, बी 6 और ई भी पाया जाता है।
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