गुड़ या गुड़ आम तौर पर गाढ़ा और कच्चे गन्ने के रस को उबालने से बनाया जाता है। यह सफेद चीनी की तुलना में बेहतर है जो मानव शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जोड़ता है। गुड़ मानव स्वास्थ्य को साफ करने की अपनी क्षमता जैसे कई स्वास्थ्य लाभ के साथ आता है; पाचन का समर्थन करना और खनिजों की अच्छी मात्रा की पेशकश करना। आईएसकेडी मेडीफिट के इस लेख के माध्यम से आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरूप सिंह बताएँगे कि गुड़ खाने से आपके स्वास्थ्य को किस किस तरह से फायदे मिल सकते हैं। आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरूप बताएँगे शरीर के लिए गुड़ क्यों जरुरी है
आपने गुड़ का नाम तो जरुर सूना होगा| गुड़ एक ऐसा चीज है जिसका सेवन करने में काफी स्वादिष्ट और फायदेमंद होता है. वहीँ चीनी के सेवन से शरीर में ज्यादातर नुक्सान ही होते है| जो लोग रोजाना गुड़ का सेवन करते है उनका शरीर हमेशा स्वस्थ रहता है. आज हम आपको रोजाना सुबह खाली पेट गुड़ खाने से कौन से रोग जड़ से खत्म हो जाते है, बताने जा रहे है.
आयुर्वेद में गुड़ का इस्तेमाल औषधी के रूप में किया जाता है। इसके सेवन से शरीर की खई परेशानी होती है। यह चीनी का एक बेहतर विकल्प हो सकता है। ऐसे में चीनी से होने वाली समस्याओं से राहत दिलाने में गुड़ काफी लाभकारी हो सकता है। इसमें कई तरह के विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं, तो शरीर की कई परेशानी दूर करने में लाभकारी हो सकता है। कई हेल्थ एक्सपर्ट खाली पेट गुड़ का सेवन करने की सलाह देते हैं। खाली पेट गुड़ का सेवन करने से पचन को मजबूती मिलती है। साथ ही इससे शरीर में खून की कमी से भी राहत मिल सकता है। आज इस लेख में हम खाली पेट गुड़ का सेवन ( Jaggery Health benefits) करने के फायदों के बारे में जानेंगे।
गुड कितने प्रकार के होते हैं?
- ईख का गुड़(देसी गुड़)
- ताड़ का गुड़
- नया गुड़/पुराना गुड़खजूर का गुड़ (ताल गुड़)
- मसाले वाला गुड़
- जैविक गुड़
गुड़ की तासीर गर्म होने के कारण यह सर्दी, जुकाम और खास तौर से कफ से आपको राहत देने में मदद करेगा। इसके लिए दूध या चाय में गुड़ का प्रयोग किया जा सकता है, और आप इसका काढ़ा भी बनाकर ले सकते हैं। गुड़ को अदरक के साथ गर्म कर, इसे गुनगुना खाने से गले की खराश और जलन में राहत मिलती है। इससे आवाज भी काफी बेहतर हो जाती है।
शुद्ध गुड़ की पहचान कैसे करें?
असली गुड़ की सबसे बड़ी पहचान यह होती है कि यह डार्क ब्राउन या काला दिखता है. इसके साथ ही केमिकल मिलाया हुआ गुड़ स्वाद में कड़वा और नमकीन लगता है. इसके साथ ही इसकी मिठास बढ़ाने के लिए इसमें शुगर क्रिस्टल मिलाया जाता है. इसके साथ ही असली गुड़ की पहचान करने के लिए इसे आप पानी में घोले.
नकली गुड़ कैसे बनता है?
आमतौर पर मिलावटी गुड़ में कैल्शियम और सोडियम बायकार्बोनेट मिलाया जाता है। कैल्शियम कार्बोनेट गुड़ में इसलिए मिलाया जाता है , ताकि इसका वजन बढ़ाया जा सके। जबकि सोडिसम बायकार्बोनेट का इस्तेमाल पीला रंग मिलाने के बाद इसके लुक को निखारने के लिए होता है।
गुड़ का पौषणिक मूल्य
गुड़ की कार्बोहाइड्रेट सामग्री लगभग 98% है, जबकि इसकी चीनी सामग्री 97% है। इस अपरिष्कृत चीनी का 10 ग्राम 38 कैलोरी प्रदान करता है। यह भारतीय स्वीटनर रासायनिक रूप से संसाधित या औद्योगिक चीनी के स्वास्थ्यप्रद विकल्प में से एक है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस अपरिष्कृत चीनी का पोषण मूल्य व्यक्तियों की खनिज और विटामिन आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर सकता है। हालांकि, इन पोषक तत्वों को परिष्कृत चीनी में भी नहीं पाया जाता है जो लोगों के पास नियमित रूप से होता है। गुड़ गहरे भूरे रंग से सुनहरे भूरे रंग के होते हैं और इसमें 20% इनवर्ट शक्कर, 20% नमी और 50% सुक्रोज होते हैं। यह प्रभावी रूप से नारियल, मूंगफली , सफेद चीनी और गाढ़ा दूध के साथ संयुक्त है ।
गर्म दूध में गुड़ डालकर पीने के जबरदस्त फायदे, बड़े से बड़े रोग को करे ठीक
खासतौर से पुरुषों के लिए तो यह जबरदस्त लाभ करते हैं और शरीर के लगभग सभी पोषक तत्वों को पूरा करते हुए बहुत अधिक ऊर्जा और शक्ति प्रदान करते हैं। भारत में अक्सर लोगों को खाना खाने के बाद मीठा खाने का शौक होता है. लेकिन यदि आपको सेहत भी बनाये रखनी है और मीठा भी खाना है तो गुड़ एक हेल्दी ऑप्शन हो सकता है।
खाली पेट गुड़ खाने के फायदे ( Eating Jaggery Empty Stomach )
पाचन को मजबूती देता है गुड़
खाली पेट गुड़ का सेवन करने से वजन को कंट्रोल किया जा सकता है। साथ ही इससे पाचन को मजबूती मिलती है। दरअसल, इसमें फुक्रोज होता है, जो पाचन और कब्ज जैसी समस्याओं को कंट्रोल करने में प्रभावी हो सकता है। साथ ही इसके नियमित रूप से सेवन करने से शरीर में पाचन के एंजाइम एक्टिव होते हैं। इससे पेट फूलने जैसी परेशानी कम होती है।
रक्त साफ़, पाचन क्रिया, गैस की समस्या, पेट को ठंडक, मेटाबोलिज्म
गुड़ पाचन क्रिया को सही रखता है। गुड़ शरीर का रक्त साफ़ करता है और मेटाबोलिज्म ठीक करता है। रोज़ एक गिलास पानी या दूध के साथ गुड़ का सेवन पेट को ठंडक देता है। इससे गैस की समस्या नहीं होती। जिन लोगों को गैस की परेशानी है वो रोज़ लंच या डिनर के बाद थोड़ा गुड़ ज़रूर खाएं।
गुड़ के इस्तेमाल से शरीर में एनर्जी आती है
गुड़ का सेवन करने से शरीर को कार्बोहाइड्रेट प्राप्त होता है। इससे शरीर को भरपूर रूप से एनर्जी मिलती है। गुड़ का सेवन करने से शरीर में लंबे समय तक हो रही थकान दूर होती है। सुबह-सुबह गुड़ खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है।
आयरन की कमी करे दूर करता है गुड़
गुड़ में आयरन, फोलेट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में रेल ब्लड सेल्स को कम करने में प्रभावी हो सकता है। खाली पेट नियमित रूप से गुड़ का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है।
जुकाम और कफ़ (Gud For Cold And Cough)
इसका सेवन जुकाम और कफ़ से आराम दिलाता है। जुकाम के दौरान अगर आप कच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैं तो चाय या लड्डू में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
जोड़ों में दर्द से छुटकारा दिलाता है गुड़
सुबह गुड़ का सेवन करने से जोड़ों में दर्द की परेशानी को दूर किया जा सकता है। यह गठिया में होने वाली अन्य समस्याओं से राहत दिलाने में प्रभावी है। दरअसल, सुबह के समय गुड़ खाने से शारीरिक और हड्डियों की संचरना बेहतर होती है, जिससे जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन की परेशानी को कम करता है।
ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल करता है गुड़
गुड़ में पोटैशियम और सोडियम पाया जाता है, जो शरीर में एसिड को कम करने में प्रभावी होता है। साथ ही इससे रेड ब्लड सेल्स स्वस्थ रहते हैं। रोजाना सुबह के समय 1 टुकड़ा गुड़ खाने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
पीरियड्स की परेशानी करे दूर करता है गुड़
सुबह गुड़ का सेवन करने से पीरियड्स में होने वाली समस्याओं को कम किया जा सकता है। यह शरीर के दर्द और ऐंठन को कम करने में प्रभावी है। साथ ही यह ब्लड फ्लो को भी बेहतर करता है। ऐसे में पीरियड्स के दौरान सुबह के समय गुड़ का सेवन आपके लिए प्रभावी हो सकता है।
सुबह के समय गुड़ का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है। यह पाचन को स्वस्थ रखने के साथ-साथ शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में प्रभावी है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपको पहले से किसी तरह की परेशानी है, तो एक्सपर्ट या डायटीशियन की सलाह पर ही गुड़ का सेवन करें।
रक्त को शुद्ध करता है गुड़
गुड़ के सबसे लोकप्रिय लाभों में से एक यह है कि इसमें रक्त को शुद्ध करने की क्षमता होती है। अगर नियमित रूप से इसका सेवन किया जाए तो गुड़ खून को साफ करने और शरीर को स्वस्थ बनाने में एक लंबा रास्ता तय करता है। यह हीमोग्लोबिन की गिनती को बढ़ाकर विभिन्न रक्त विकारों और बीमारियों को रोकने में भी मदद करता है । गुड़ भी उन्मुक्ति को बढ़ाता है और इस प्रकार रक्त संबंधी विभिन्न समस्याओं की रोकथाम में मदद करता है।
खनिजों से भरा हुआ है गुड़
गुड़ में सेलेनियम और जस्ता जैसे खनिज और एंटीऑक्सिडेंट के साथ पैक किया जाता है और ये मुक्त-कट्टरपंथी क्षति को रोकने में मदद करते हैं। ये खनिज और एंटीऑक्सिडेंट शरीर के विभिन्न संक्रमणों के प्रतिरोध को बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
सौंदर्य उपचार के लिए उपयोगी है गुड़
सौंदर्य उपचार के लिए इस्तेमाल होने पर गुड़ बेहद फायदेमंद साबित होता है। यह कई प्राकृतिक गुणों से भरा हुआ है जो त्वचा के स्वास्थ्य को बहुत लंबे समय तक सुनिश्चित करता है। यह विभिन्न खनिजों और विटामिन की अपनी सामग्री से समृद्ध है और इस प्रकार त्वचा को उचित पोषण प्रदान करता है। त्वचा के लिए उचित पोषण का मतलब है स्वस्थ और चमकती त्वचा । त्वचा की विभिन्न समस्याओं जैसे पिंपल्स और मुंहासों को रोकने और उनके उपचार में भी गुड़ कारगर है।
चयापचय में सुधार करता है गुड़
गुड़ की उच्च खनिज सामग्री और पोटेशियम का उच्च स्तर वजन के प्रबंधन में मदद करता है। यह मानव शरीर में अतिरिक्त पानी की अवधारण को कम करके किया जाता है। गुड़ की पोटेशियम सामग्री इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखती है, चयापचय में सुधार करती है और मांसपेशियों को वजन घटाने में मदद करती है।
लोहे से भरा हुआ होती है गुड़
गुड़ आयरन के सबसे अमीर स्रोतों में से एक है और इसलिए इसे उन खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर खाना चाहिए जो विटामिन सी से भरपूर होते हैं । यह शरीर के भीतर लोहे के अवशोषण में मदद करता है। गुड़ को लंबे, चिकने, मजबूत, काले और स्वस्थ बाल पाने के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक माना जाता है। शैम्पू करने से पहले बालों पर गुड़ का पेस्ट लगाने से बालों को प्राकृतिक रूप से लंबे और सुंदर बनाने में मदद मिल सकती है।
पानी प्रतिधारण है गुड़
पानी के प्रतिधारण, माइग्रेन , ब्लोटिंग और खांसी और सर्दी जैसे मामूली स्वास्थ्य के मुद्दों को नियमित रूप से व्यक्तियों द्वारा अनुभव किया जाता है, गुड़ की मदद से आसानी से निपटा जा सकता है। केवल एक चीज जो करने की आवश्यकता है वह है गुड़ को गर्म पानी में मिलाकर या चाय में डालकर तुरंत लाभ मिलता है।
थकान और कमज़ोरी (Gud For Energy)
बहुत ज़्यादा थकान और कमज़ोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। गुड़ जल्दी पच जाता है और इससे शुगर का स्तर भी नहीं बढ़ता।
गुड़ हार्मोन जारी करने में मददगार होता है
जिन महिलाओं को अपने पीरियड्स होने से पहले मिजाज के बदलने का अनुभव होता है, उन्हें गुड़ खाने से काफी फायदा होता है। मिजाज का बदलना शरीर में हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव का कारण होता है। गुड़, एंडोर्फिन नामक खुश हार्मोन को जारी करने में मदद करता है। ये शरीर को आराम देते हैं जिससे महिलाएं बेहतर महसूस करती हैं।
टेम्परेचर को नियंत्रित, दमा (Gud For Asthma)
गुड़ शरीर के टेम्परेचर को नियंत्रित रखता है. इसमें एंटी एलर्जिक तत्व मौजूद होते हैं इसलिए दमा के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फ़ायदेमंद साबित होता है।
तंत्रिका तंत्र को बेहतर बनाता है गुड़
गुड़ शरीर के तंत्रिका तंत्र के साथ सामना करने वाले प्रमुख मुद्दों को रोकने में भी मदद करता है। इसमें कई प्राकृतिक गुण होते हैं जो तंत्रिका तंत्र को ठीक से काम करने में मदद करते हैं। यह बदले में व्यक्तियों को स्वस्थ और सामान्य रहने में मदद करता है।
सांस की समस्याओं को रोकता है गुड़
नियमित रूप से गुड़ खाने से श्वसन संबंधी विभिन्न समस्याओं जैसे ब्रोंकाइटिस और अस्थमा से बचाव में मदद मिल सकती है। विशेषज्ञों का विचार है कि तिल के साथ सही संयोजन में एक प्राकृतिक स्वीटनर के रूप में गुड़ लेना मानव में श्वसन प्रणाली के लिए अत्यधिक फायदेमंद हो सकता है। गुड़ में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और यह एक ऐसी चीज है जो अस्थमा के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि गुड़ में एंटी-एलर्जी गुण भी होते हैं।
गुड़ के साइड इफेक्ट
लंबे समय तक गुड़ का अधिक मात्रा में सेवन करने से वजन बढ़ सकता है। यदि संयम में सेवन नहीं किया जाता है, तो इससे रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि हो सकती है। लंबी अवधि के लिए गुड़ का सेवन करने से आंतों में कृमि संक्रमण और परजीवी संक्रमण हो सकता है।
गुड-चना खाने के जबरदस्त फायदे
पुराने समय में लोग ज्यादा से ज्यादा गुड़ चने का इस्तेमाल करते हैं जिससे शरीर को शक्ति मिलती थी, गुड़ चने का सेवन बहुत सी बिमारियों में फायदा करता है. दादी नानी गुड़ चना खिलाती थीं, जब किसी सरकारी नौकरी की तयारी की जाती थीं तब गुड़ चने का सेवन सबसे ज्यादा काम करता था.
1. मांसपेशिया बनाना (Gud Chana Benefits For Muscles)
चना और गुड़ मांसपेशियों को बनाने में बहुत मददगार है, क्योंकि प्रोटीन में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा होती है जो मांसपेशियों को बनाने में सहायक है।
2. खून की कमी (Gud Chana Benefits For Anemia)
रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से एनीमिया की बीमारी हो जाती है। यह समस्या लोहे की कमी के कारण होती है। थकान और कमजोरी है तो गुड़ और चना खाने से इस सभी समस्याओ निजात मिलती है।
3. मोटापा कम करे (Gud Chana Benefits For Weight Loss)
चने के साथ गुड़ लेने से, शरीर की चयापचय दर बढ़ जाती है। जो मोटापा को कम करने में मदद करता है।
4. हार्टअटैक (Gud Chana Benefits For Heart Attack)
इनमें पोटेशियम होता है जिस कारण यह है हार्टअटैक जैसी दिल की बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
5. कब्ज (Gud Chana Benefits For Constipation)
गुड और चने में फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है. जिस कारण इसे खाने से पाचन तंत्र सही रहता है और कब्ज की शिकायत भी दूर होती है।
6. हड्डियां मजबूत बनाना (Gud Chana Benefits For Bones)
चना और गुड़ खाने से, हड्डियां मजबूत होती हैं, क्योंकि कैल्शियम अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
7. डिप्रेशन (Gud Chana Benefits For Depression)
गुड़ और चना लेने से, आप तनाव से बच सकते हैं, इसमें अमीनो एसिड, ट्रिप्टोफैन और सेरोटोनिन शामिल हैं, यही वजह है कि ये तनाव कम करता है और यह अवसाद से बचने में मदद करता है।
8. याददाश्त बढ़ाना (Gud Chana Benefits For Memory)
गुड और चना में विटामिन B6 होता है जिससे दिमाग की ताकत बढ़ती है और याददाश्त तेज होती है।
9. तनाव (Gud Chana Benefits For Stress)
गुड़ चना में अमीनो एसिड्स, ट्रिप्टोफेन और सेरोटोनिन होते हैं जिससे टेंशन कम होती है तथा यह डिप्रेशन से बचाने में मदद करता है।
10. चेहरे की चमक (Gud Chana Benefits For Skin)
इसमें जिंक होता है। जिस कारण यह चेहरे की चमक बढ़ाने मे मदद करता है।
11. दाँत (Gud Chana Benefits For Teeth)
गुड और चना में फास्फोरस होता है जिससे दांत मजबूत होते हैं।
12. पुरुषों की त्वचा (Gud Chana Benefits For Men)
गुड के साथ चना खाने से शरीर के जहरीले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं तथा इससे पुरुषों की त्वचा और भी ज्यादा निखरती है।
गुड़ के इस्तेमाल को लेकर पूंछे जाने वाले सवाल
गुड़ कब नहीं खाना चाहिए?
गुड़ में फैट नहीं होता है तो आप इसे रात के समय खा सकते है पर नौ से दस ग्राम से ज्यादा गुड़ रात के समय न खाएं। गुड़ खाने से पाचन इंजाइम्स एक्टिव हो जाते हैं जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती। जो लोग रात में कब्ज, पेट में दर्द, अपच की समस्या से परेशान होते हैं उन्हें गुड़ का एक छोटा टुकड़ा जरूर खाना चाहिए।
रात में गुड़ खाने से क्या होता है?
रात को सोने से पहले खाएं गुड़, अनिद्रा, तनाव और पेट की समस्या जैसी ये 6 परेशानियां रहेंगी दूर
1 – इम्यूनिटी को बढ़ाएं
2 – एनीमिया की समस्या से राहत
3 – अनिद्रा की समस्या से राहत
4 – पाचन क्रिया बनाए तंदुरुस्त
5 – रक्तचाप के लिए उपयोगी
6 – त्वचा के लिए उपयोगी
गुड़ का सेवन कैसे करें?
इसके लिए दूध या चाय में गुड़ का प्रयोग किया जा सकता है, और आप इसका काढ़ा भी बनाकर ले सकते हैं। गुड़ को अदरक के साथ गर्म कर, इसे गुनगुना खाने से गले की खराश और जलन में राहत मिलती है। इससे आवाज भी काफी बेहतर हो जाती है। जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर गुड़ का अदरक के साथ प्रयोग काफी लाभदायक सिद्ध होता है।
कौन सा गुड़ खाना चाहिए?
असल में नारियल का गुड़ अपने खास पोषक तत्वों के कारण सबसे ज्यादा सेहतमंद माना जाता है। यह गुण खांसी-जुखाम जैसी बीमारियों में एक अच्छा घरेलू नुस्खा भी है। लेकिन इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये सख्त सा दिखने वाला गुड़ ब्लड-प्रेशर को कंट्रोल करता है।
गुड़ खाने का सही समय क्या है?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गुड़ को गुनगुने पानी के साथ खाली पेट में खाएं. इससे मेटाबॉलिज्म ठीक होता है और डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी समस्याएं नहीं होतीं. गुड़ को नैचुरल क्लींजर माना जाता है. ये लिवर में मौजूद हानिकारक तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में मददगार होता है.
रोज रोज गुड़ खाने से क्या होता है?
इम्यूनिटी बढ़ाए- गुड़ में भरपूर मात्रा में एंटेऑक्सीडेंट (Antioxidants) और जिंक जैसे खनिज पाए जाते हैं. ये आपके शरीर की इम्यूनिटी (Immunity) को बढ़ाने में मदद करता है. इससे शरीर में संक्रमण एवं अन्य बीमारियां नहीं होती हैं. वहीं अगर आप रोजाना रात खाने के बाद गुड़ का सेवन करते हैं तो ये आपके हीमोग्लोबिन को भी बढ़ाता है.
सुबह खाली पेट गुड़ खाने से क्या होता है? खाली पेट गुड़ खाने के फायदे ( Eating Jaggery Empty Stomach )
- पाचन को मजबूती खाली पेट गुड़ का सेवन करने से वजन को कंट्रोल किया जा सकता है।
- शरीर में लाए एनर्जी गुड़ का सेवन करने से शरीर को कार्बोहाइड्रेट प्राप्त होता है।
- आयरन की कमी करे दूर
- जोड़ों में दर्द से छुटकारा
- ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल
- पीरियड्स की परेशानी करे दूर
गुड़ खाने से मोटापा बढ़ता है क्या?
गुड़ में मौजूद तत्व, वजन बढ़ाने में कारगर होते हैं। आप अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो रोजाना दूध, पीनट या घी के साथ गुड़ (how to eat jaggery for weight gain) का सेवन कर सकते हैं। लेकिन वजन घटाना चाहते हैं, तो अधिक मात्रा में गुड़ का सेवन न करें। यह गुड़ खाने का सही तरीका है।
गुड़ खाने के कितनी देर बाद पानी पीना चाहिए?
इसीलिए खाना खाने के आधे घंटे या एक घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए।
गुड़ खाकर गर्म पानी पीने से क्या होता है?
रोजाना सुबह में खाली पेट गर्म पानी के साथ गुड़ का सेवन शरीर के पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका सेवन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और एसिडिटी की समस्या दूर होती है। शरीर का पाचन तंत्र दुरुस्त करने के लिए, कब्ज और एसिडिटी दूर करने के लिए गुड़ खाकर गर्म पानी पीना फायदेमंद माना जाता है।
सर्दियों में गुड़ खाने से क्या होता है?
गुड़ पाचन और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है, इसलिए पेट से जुड़ी आम समस्याएं जैसे पाचन गड़बड़ होना और गैस बनने की शिकायत में राहत पहुंचाता है. – गर्म तासीर होने के कारण यह सर्दी के मौसम में खांसी-जुकाम से राहत देता है. इसके साथ ही शरीर पर पड़ने वाले सर्दी के असर को कम करता है.
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