हाथों या किसी उपकरण के माध्यम से लिंग को स्ट्रेच करने की प्रक्रिया को पेनिस स्ट्रेचिंग कहा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य होता है लिंग की लम्बाई और मोटाई में बढ़ोतरी प्राप्त करना।
हालांकि इस बात के प्रमाण मौजूद हैं कि स्ट्रेचिंग आपके लिंग के आकार को बढ़ा सकती है, लेकिन परिणाम आमतौर पर न्यूनतम होते हैं और काफी लम्बे समय के अभ्यास के बाद प्राप्त होते हैं। कुछ मामलों में यह परिणाम अस्थायी भी हो सकते हैं।
पेनिस स्ट्रेचिंग कैसे काम करती है, अपेक्षित परिणाम कैसे प्राप्त करें, और सुरक्षित स्ट्रेचिंग तकनीकें क्या हैं जिन्हें आप घर पर ही आजमा सकते हैं, इसके बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ते रहें।
लिंग (पेनिस) स्ट्रेचिंग क्या है? Ling (Penis) stretching kya hain?
पेनिस स्ट्रेचिंग लिंग (पेनिस) की लंबाई बढ़ाने के लिए हाथों या एनलार्जमेंट डिवाइस जैसे विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करने की एक प्रक्रिया है। क्या यह तरीका वास्तव में काम करता है? हाँ, वास्तविकता तो यही है कि यह काम करता है। हालांकि, ज़्यादातर सेक्सोलॉजिस्ट का कहना है कि महिलाओं को लिंग (पेनिस) की लंबाई से ज़्यादा उसकी चौड़ाई पसंद होती है।
पेनिस स्ट्रेचिंग कैसे काम करती है?
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पेनिस स्ट्रेचिंग को लेकर हुए अधिकांश शोध उपाख्यानात्मक हैं। यानी प्रतिभागियों ने मौखिक रूप से इसके प्रभावों के बारे में जानकारी दी है।
स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
मैनुअल स्ट्रेचिंग में अपने लिंग की आगे की ओर मालिश करना शामिल है। इसका उद्देश्य होता है लिंग की स्किन को आगे की फैलाना और ऊतकों में “माइक्रो-टियर्स” पैदा करना। “माइक्रो-टियर्स” का मतलब होता ऊतकों में छोटी-छोटी चोट बनना।
जब यह घाव भरते हैं तो ऊतकों को पहले से अधिक बड़ा कर देते हैं। यही चीज जिम में एक्सरसाइज करने के दौरान आपकी मांसपेशियों में होती है, उनके छोटे-छोटे ऊतक फट जाते हैं और घाव भरने पर पहले से अधिक बड़े हो जाते हैं, जिसके फलस्वरूप आपकी बॉडी बनने लगती है।
कुछ एक्सरसाइज जैसे जेलकिंग लिंग की मोटाई को बढ़ाने में भी मदद कर सकती हैं।
जिस प्रकार से आपको अपनी बॉडी बनाने के लिए कई दिनों तक नियमित जिम में जाने की आवश्यकता होती है, उसकी प्रकार अपने लिंग में दिखाई देने योग्य अंतर प्राप्त करने के लिए भी आपको कई दिनों पर नियमित स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने की आवश्यकता होगी।
इसी प्रकार, जैसे बॉडी बनने के बाद भी उसे बनाये रखने के लिए आपको नियमित जिम में समय बिताना होता है, उसी प्रकार लिंग को लंबा-मोटा बनाये रखने के लिए भी आपको नियमित स्ट्रेचिंग करते रहना होगा।
- लिंग (पेनिस) का आकार बढ़ाने की 5 एक्सरसाइज:
मसाज एक्सरसाइज इस तरह की मैनुअल एक्सरसाइज में लिंग (पेनिस) पर लुब्रिकेंट लगाया जाता है और धीरे-धीरे उसकी मालिश की जाती है। - लिंग (पेनिस) पंप एक्सरसाइज
- जेलकिंग एक्सरसाइज
- स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
- कीगल एक्सरसाइज
1. मसाज एक्सरसाइज
इस तरह की मैनुअल एक्सरसाइज में लिंग (पेनिस) पर लुब्रिकेंट लगाया जाता है और धीरे-धीरे उसकी मालिश की जाती है। इस एक्सरसाइज का उद्देश्य आपके लिंग (पेनिस) की स्किन को स्ट्रेच करना है जिससे लिंग को बड़ा करने में मदद मिलेगी। आपको जल्दी नतीजे पाने के लिए बार-बार यह एक्सरसाइज करनी होगी।
2. लिंग (पेनिस) पंप एक्सरसाइज
इस स्ट्रेचिंग डिवाइस को लिंग (पेनिस) पर लगाना पड़ता है और इससे तुरंत ही लिंग(पेनिस) में तनाव आ जाता है। यह आमतौर पर इरेक्टाइल डिसफंक्शन (स्तंभन दोष) की समस्या से पीड़ित पुरुषों के लिए प्रिस्क्राइब किया जाता है।
3. जेलकिंग एक्सरसाइज
पुरुष आमतौर पर यह एक्सरसाइज काफी करते हैं। यह लिंग (पेनिस) को मोटा करने में मदद करती है। लिंग (पेनिस) का आकार बढ़ाने के लिए सलाह दी जाती है कि आप इसे रोज़ाना कम से कम एक बार करें। यह बेहतर इरेक्शन (तनाव) में भी मदद करता है जिससे अच्छी सेक्स लाइफ का आनंद मिल सकता है।
4. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
यह एक्सरसाइज गाय को दुहने के जैसी ही है। यह उन सबसे अच्छी एक्सरसाइज में से एक है जो तेजी से नतीजे पाने में मदद कर सकती है। यह एक तरह की जेलकिंग एक्सरसाइज है, लेकिन इसमें सिर्फ आपके अंगूठे और तर्जनी उंगली का इस्तेमाल होता है।
5. कीगल एक्सरसाइज
यह एक्सरसाइज सेक्सुअल इंटरकोर्स (संभोग) के समय सबसे सही रहती है। यह एक तरह की मालिश करने वाली एक्सरसाइज है, जिसमें आपको इंटरकोर्स (संभोग) से पहले लिंग (पेनिस) की धीरे से मालिश करने के लिए अपने हाथों का इस्तेमाल करना होता है। यह एक्सरसाइज लिंग के आकार और मोटाई को बढ़ाने में मदद करती है।
स्ट्रेचिंग उपकरण
शोधकर्ताओं ने लिंग बड़ा करने वाले विभिन्न लिंग वर्धक उपकरणों का अध्ययन किया है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह कितनी अच्छी तरह से काम कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, पेनिस पंप को लें। यह एक सिलेंडर के आकार का पंप होता, जिसे लिंग पर पहनकर हवा बाहर निकाली जाती है। इससे लिंग के आसपास वैक्यूम पैदा होता और उसमें रक्त संचार बढ़ जाता है। इसके फलस्वरूप लिंग अपनी क्षमता अनुसार पूरा खड़ा हो जाता है और अस्थाई रूप से ज्यादा लम्बा-मोटा हो जाता है। कुछ लोग यह भी दावा करते हैं कि पेनिस पंप का नियमित इस्तेमाल करने से लिंग को स्थाई रूप से लम्बा-मोटा किया जा सकता है।
पेनाइल ट्रैक्शन डिवाइस (लिंग को खींचने वाला यंत्र) भी एक लोकप्रिय लिंग वर्धक यन्त्र हैं। इस यंत्र को कई घंटों तक बैठे लिंग पर पहने रखना पड़ता है और यह लगातार लिंग में खिंचाव बनाये रखता है। यह उपकरण लिंग के टेढ़ेपन को ठीक करने के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। इसलिए डॉक्टर अक्सर पेरोनी बीमारी के इलाज के लिए ट्रैक्शन डिवाइस के उपयोग की सलाह देते हैं। पेरोनी रोग में लिंग अत्यधिक टेड़ा हो जाता है।
लिंग पर किये गए शोध क्या कहते हैं
पेनिस स्ट्रेचिंग तकनीक पर हुए अधिकतर शोधों में लिंग को अस्थाई रूप से लंबा होता हुआ पाया गया है। हालाँकि, लिंग के आकार में स्थायी वृद्धि संभव है या नहीं इस निर्णय पर पहुँचने के लिए अभी और दीर्घकालिक शोधों की आवश्यकता है।
2010 की एक शोध समीक्षा में पाया गया है कि जिन लोगों ने रोज कम से कम 9 घंटों तक स्ट्रेचिंग डिवाइस का उपयोग किया, उन्होंने अपने लिंग के आकार में वृद्धि देखी।
जिन प्रतिभागियों ने 4 महीने के दौरान प्रतिदिन 6 घंटे के लिए ट्रैक्शन उपकरण का उपयोग किया। उनके लिंग की लम्बाई में लगभग 1.7 सेंटीमीटर (लगभग 2/3 इंच) की वृद्धि देखी गई। हालाँकि लिंग की मोटाई पर ज्यादा कोई असर नहीं हुआ।
ट्रैक्शन उपकरणों पर हुए कुछ अन्य शोध निम्न हैं:
- 2011 के एक शोध में पाया गया कि जिन पुरुषों ने 3 महीने के दौरान प्रतिदिन 9 घंटे तक ट्रैक्शन उपकरण पहने थे, उनके लिंग की लंबाई 1 इंच तक बढ़ गई।
- ट्रैक्शन उपकरणों पर हुए शोधों की 2013 की एक समीक्षा में पाया गया कि ट्रैक्शन उपकरण लिंग की वक्रता या टेढ़ेपन को ठीक करने के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी होते हैं, न कि लंबाई बढ़ाने के लिए।
भारतीय पुरुष के लिंग (पेनिस) के आकार का पूर्व में किया गया एक अध्ययन
औसत लंबाई | औसत स्ट्रेच्ड (तनी हुई) लंबाई | औसत परिधि (सरकम्फ्रेंस) | |
शिथिल अवस्था में | 8.21 से.मी. या 3.3 इंच | 10.88 से.मी. या 4.28 इंच | 9.14 से.मी. या 3.6 इंच |
तनी हुई अवस्था में | 13.1 से.मी. या 5.1 इंच | – | 11.46 से.मी. या 4.5 इंच |
डेटा 1500 से ज़्यादा भारतीय पुरुषों पर एक सर्वे से लिया गया है
औसत लंबाई | औसत स्ट्रेच्ड (तनी हुई) लंबाई | औसत परिधि (सरकम्फ्रेंस) | |
शिथिल अवस्था में | 8.21 से.मी. या 3.3 इंच | 10.88 से.मी. या 4.28 इंच | 9.14 से.मी. या 3.6 इंच |
तनी हुई अवस्था में | 13.1 से.मी. या 5.1 इंच | – | 11.46 से.मी. या 4.5 इंच |
लंबाई |
सर्वे में भारतीय पुरुषों का प्रतिशत |
3 इंच या उससे कम | 3.76% |
3-5 इंच | 32.49% |
5-6 इंच | 38.84% |
6-7 इंच | 16.69% |
7-9 इंच | 7.31% |
9-12 इंच | 0.78% |
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