जिंदगी को खुश रखना बहुत जरुरी है, स्वस्थ जीवन के लिए आपको अपनी जिंदगी में कुछ खास तरह के नियम बनाने होंगे. जीवन में स्वस्थ रहने के लिए कुछ चीजें आपको बदलनी होंगी. जैसे कि आपको अपने अच्छे खानपान और एक अच्छी जीवन शैली पर विशेष ध्यान देना होगा. आपको अपने जीवन में एक संतुलन बनाकर चलाना पड़ेगा. जिससे आप जीवन की भागदौड़ का शिकार न बन जाएँ. समय-समय पर चिकित्सक का भी परामर्श लेते रहें. लेकिन निम्लिखित 5 तरीके भी आपके जीवन को स्वस्थ बनाएंगे. आईएसकेडी मेडीफिट, आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरुप सिंह
1. तांबे के बर्तन में रखकर पानी पिने के आदत डालनी चाहिए
पानी हमारे जीवन का सबसे पहला आधार है कहते हैं ना की जल बिन जीवन ना. यह बात 100% बिलकुल सही है. आपको बता दें कि तांबे के बैक्टीरिया-नाशक गुणों में मेडिकल साईंस बड़ी गहरी रुचि ले रहा है. यह पानी खास तौर पर आपके लीवर के लिए और आम तौर पर आपकी सेहत और शक्ति-स्फूर्ति के लिए बहुत उत्तम मन जाता है. आजकल पानी को विभिन्न घरों तक पहुँचाने या फिर घर में ही पानी के वितरण के लिए इसे कई जगह पंप करते हुये लोहे अथवा प्लास्टिक के पाइपों से होकर गुज़ारना पड़ता है. आपको बता दें कि इस पूरी प्रक्रिया में पानी कई जगह टकराता हुआ आपके पास तक पहुँचता है जिससे उसमें कई तरह के दोष आ जाता है. ऐसे में आपको तांबे के बर्तन में रखा पानी लाभदायक साबित होता है.
2. शरीर को पर्याप्त आराम दें
आज की भाग दौड़ की जिंदगी में इन्सान आराम की साँस लेना ही भूल चुका है. आमतौर पर हम अपनी दिनचर्या के हिसाब से ही सोने जाते हैं. लेकिन इसमें मुख्य सवाल ये है कि इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में क्या हम और आप पर्याप्त नींद ले पा रहे हैं? यदि नहीं तब हमको इस विषय में एक बार पुनर्विचार करने की बहुत ज्यादा आवश्यकता है. अक्सर कहा जाता है कि दिन में आठ घंटे की नींद लेनी ही चाहिए. हमारे शरीर को जिस चीज की जरूरत है, वह नींद नहीं है, वह आराम है. अगर आप पूरे दिन अपने शरीर को आराम दें, अगर आपका काम, आपकी एक्सरसाइज सब कुछ आपके लिए एक आराम की तरह हैं तो अपने आप ही आपकी नींद के घंटे कम हो जाएंगे. लोग आज हर चीज तनाव में करना चाहते हैं, लोग पार्क में टहलते वक्त भी मोबाइल में गाने लगाकर चलते हैं और साथ ही साथ उनकी जिंदगी का तनाव भी उनके साथ साथ चलता है.
यह भी पढ़ें: जानिए कोरोना में गिलोय सबसे ज्यादा क्यों इस्तेमाल किया जाता है, गिलोय के फायदे, नुकसान व औषधीय गुण
3. दो हफ्ते में एक बार उपवास करें
आज के दूषित वातावरण में शरीर को स्वस्थ रख पाना बहुत मुश्किल है. ऐसे में जरुरत है की कम से कम सफ्ताह में एक दिन उपवास रखना जरुरी है. उपवास करने से शरीर की शक्ति बढ़ती है और शरीर को बिमारियों से लड़ने की शक्ति को बढ़ावा मिलता है. अगर आप बिना कुछ खाए रह ही नहीं सकते या आपका कामकाज ऐसा है जिसके चलते भूखा रहना आपके वश में नहीं और भूखे रहने के लिए जिस साधना की जरूरत होती है वह भी आपके पास नहीं है तो आप फलाहार ले सकते हैं.
कुल मिलाकर बात इतनी है कि बस अपने सिस्टम के प्रति जागरूक हो जाएं. अगर आप बार-बार चाय और कॉफ़ी पीने के आदी हैं और उपवास रखने की कोशिश करते हैं तो आपको बहुत ज्यादा दिक्कत होगी. इस समस्या का तो एक ही हल है. अगर आप उपवास रखना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने खानपान की आदतों को सुधारें. पहले सही तरह का खाना खाने की आदत डालें और शरीर में अपनी शक्ति को एकत्र करें उसके बाद आप उपवास की सोचें. अगर खाने की अपनी इच्छा को आप जबर्दस्ती रोकने की कोशिश करेंगे तो यह आपके शरीर को हानि पहुंचाएगा. यहां एक बात बहुत महत्वपूर्ण है कि आपके शरीर को जितने भोजन की जरुरत है उतनी मात्रा में ही खाना खाएं जबर्दस्ती ना खाएं.
यह जरूर पढ़ें: तुलसी कितने प्रकार की होती है, आयुर्वेद की द्रष्टि से तुलसी के फायदे, उपयोग और इसके औषधीय गुण
4. बैठते समय अपनी पीठ को सीधा रखकर ही बैठें
शरीर के ज्यादातर महत्वपूर्ण भीतरी अंग छाती और पेट के हिस्से में होते हैं. इन अंगों को सबसे ज्यादा आराम तभी मिल सकता है, जब आप अपनी रीढ़ को सीधा रखकर बैठने की आदत डालें. शरीर को सीधा रखने का मतलब यह कतई नहीं है कि हमें आराम पसंद नहीं है, बल्कि इसकी सीधी सी वजह यह है कि हम आराम को बिल्कुल अलग ढंग से समझते और महसूस करते हैं. आप अपनी रीढ़ को सीधा रखते हुए भी अपनी मांसपेशियों को आराम में रहने की आदत डाल सकते हैं. लेकिन इसके विपरीत, जब आपकी मांसपेशियां झुकीं हों, तो आप अपने अंगों को आराम में नहीं रख सकते. आराम देने का कोई और तरीका नहीं है. इसलिए यह जरूरी है कि हम अपने शरीर को इस तरह तैयार करें कि रीढ़ को सीधा रखते हुए हमारे शरीर का ढांचा और स्नायुतंत्र आराम की स्थिति में बने रहें.
5. प्रकृति के साथ जुड़कर जीवन को जीना सीखें
आप जिस चीज़ को शरीर कहते हैं वो बस इस धरती का एक टुकडा मात्र है. यह शरीर मिटटी से बना है और एक दिन धरती की सतह पर मिटटी में ही मिल जायेगा. इसलिए जरुरी है की प्रकृति के सौन्दर्य का लुफ्त उठाते हुए जिंदगी को जियें. खुली हवा में साँस जरूर लें. इससे आपका शारीरिक और स्वस्थ ठीक रहेगा. प्रकृति का आदर करें और प्रकृति ने जो धरोहर हमें दी है उसका उपयोग करके जीवन को निरोगी बनायें.
यह भी पढ़ें: SBL Bryonia Alba 30C ब्रायोनिया अल्बा 30C के फायदे एवं नुकसान और उपयोग करने का तरीका
हमेशा हँसते एवं खिल खिलते रहें
जिंदगी की अगर खुशहाल बनाना है तो हर हाल में अपने आप को खुश रखें, जीवन है तो समस्याएँ हैं और समस्याएं हैं तभी जीवन है लेकिन हर समस्या का सामना करते हुए हमेशा हँसते मुस्कुराते रहना ही जिंदगी है. जीवन को स्वस्थ रखने के लिए हंसना बहुत जरुरी है.
Discussion about this post