सुन्दर, चमकदार और सफेद दांत हर किसी के चेहरे पर बिखरी मुस्कान को चार चांद लगाने का काम करते हैं। वहीं, दूसरी ओर पीले, कमजोर और गंदे दांत इसी खूबसूरती पर दाग लगा देते हैं। आज के समय में ऐसे दांत पाने के लिए लोग बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त उत्पादों पर पानी की तरह पैसा बहाते हैं और परिणामस्वरूप दांतों के पीलेपन का सामना करना पड़ता है साथ ही केमिकल के इस्तेमाल से दांतों में कई तरह की बीमारियां लगने लगती हैं। आईएसकेडी मेडीफिट के इस आर्टिकल में आज हम आपको बताएँगे दांतों को सुंदर बनाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए क्या करें, साथ ही दांतों की सफाई के उपाय भी बताएँगे। आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरुप सिंह
आयुर्वेद में नमक और शुद्ध सरसों का तेल मिलाकर इस्तेमाल करें
आयुर्वेद में नमक और शुद्ध सरसों के तेल को दांतों को साफ करने का सबसे पुराना देसी उपाय माना गया है. नमक और सरसों का तैल दांतों की अंदरुनी सफाई करके दांतों को मजबूत बनाने का काम करता है और साथ ही दांतों का पीलापन भी दूर करता है. आधा चम्मच नमक में कुछ बूंद सरसों के तेल की मिलाएं और इससे हफ्ते में 2 बार दांतो को साफ जरूर करें.
आपके दांतों का पीलापन बहुत से कारणों से हो सकता है जिसमे कुछ इस तरह से हैं:
धूम्रपान: धूम्रपान पीले दांतों के मुख्य कारणों में से एक है। धूम्रपान से होने वाला दांतों का पीलापन जिद्दी दाग जैसा हो सकता है।
मुंह की सफाई में लापरवाही: मुंह की सफाई में लापरवाही भी पीले दांतों के कारणों में से एक है। नियमित रूप से और सही तरीके से ब्रश न करने से दांतों का पीलापन बढ़ता है। साथ ही दांत कमजोर होकर टूट भी सकते हैं।
आहार: कुछ खाद्य पदार्थों में टैनिक एसिड उच्च मात्रा में होता है, जैसे कि रेड वाइन आदि। यह टैनिक एसिड दांतों के पीलेपन का कारण बन सकता है। इसके अलावा, कॉफी और सोडे से भी दांत पीले हो सकते हैं। ये आपके दांतों के इनेमल में मिल जाते हैं और लंबे समय तक दांतों के पीलापन का कारण बन सकते हैं.
फ्लोराइड: अत्यधिक फ्लोराइड का संपर्क भी दांतों का पीलापन बढ़ाने का एक कारण है, खासकर बच्चों में इसके लक्षण ज्यादा देखे गए हैं।
बीमारी: कुछ मेडिकल ट्रीटमेंट से भी दांतों का पीलापन बढ़ सकता है। जिन लोगों की कीमोथेरेपी चल रही होती है, उन्हें दांतों का पीलापन का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, अस्थमा और उच्च रक्तचाप की दवाइयों से भी दांतों का पीलेपन बढ़ सकता है।
दांत की सफाई के घरेलू इलाज – Home Remedies for Teeth Whitening in Hindi
अगर आपके दांत पीले हो चुके हैं, तो अब चिंता न करें। यहां हम आपको दांतों की सफाई के प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार बताने जा रहे हैं, जो दांतों को सफेद और सुंदर करने के आसान प्राचीन आयुर्वेदिक उपाय हैं। इन आयुर्वेदिक उपायों से दांत न सिर्फ सुंदर होंगे, बल्कि आकर्षक और मजबूत भी हो जाएंगे।
दांतों को चमकाने के लिए आयुर्वेदिक बबूल के दांतून का इस्तेमाल करें:
बबूल में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम के अलावा अरबी एसिड भी होता है। बबूल के पेड़ की छाल और पत्तियों में टैनिन और गैलिक एसिड होता है, जो इसे एक कड़वा स्वाद देता है। बबूल छाल को एक्जिमा के इलाज में प्रभावी माना जाता है।
- इसके अलावा बबूल दांतों के स्वास्थ के लिए बहुत ही बेहतरीन उपाय है। बबूल की दातुन दांतों को स्वच्छ और स्वस्थ रखती है। यह इसका एक आयुर्वेदिक गुण है भी है जिसे प्राचीन काल से इस्तेमाल किया जा रहा है।
- बबूल की छाल मौखिक और दंत स्वच्छता के लिए भी बहुत चर्चित है। वास्तव में, सालों से लोग अपने दांतों और मसूड़ों को मजबूत बनाने के लिए इसकी छाल के एक टुकड़े को मुंह में रखकर जुगल कर इसका प्रयोग करते आए है।
- दांतों को चमकाने के लिए बबूल बहुत ही मददगार साबित होता है। इस जड़ी बूटी की प्रभावशीलता के कारण, आयुर्वेद ने बबूल के टहनियों को डिस्पोजेबल टूथब्रश के रूप में उपयोग करने की सिफारिश की है। आपको बता दें कि बबूल में टैनिन की उपस्थिति के कारण दांतों को सफ़ेद करना संभव हो पाता है।
दांतों को चमकाने का उपाय है बरगद : बरगद का पेड़ भारतीय संस्कृति में एक पवित्र पेड़ माना जाता है। बालों की समस्याओं, दांतों, मधुमेह और कई अन्य रोगों को ठीक करने जैसे इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह हर जगह उपलब्ध है और बहुत ही सस्ता है। बरगद की जड़ें डिस्पोजेबल दांत ब्रश के रूप में उपयोग की जा सकती हैं। इसका इस्तेमाल करने से न केवल दांत सफेद और आदर्श बनते हैं बल्कि यह मौखिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी एक प्रमुख भूमिका निभा सकता है।
पीले दांतों को सफेद बनाने के लिए नीम : प्राचीन काल से ही नीम को एक औषधीय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं में तो किया ही जाता है। नीम के पत्ते का प्रयोग कुष्ठ रोग, आंख के विकार, नकसीर, आंतों के कीड़े, पेट में परेशानी, भूख की कमी, त्वचा के अल्सर, दिल की बीमारियों और रक्त वाहिकाओं (हृदय रोग), बुखार, मधुमेह, और लिवर की बीमारियों के लिए किया जाता है। दांतों को चमकाने के आयुर्वेदिक उपाय में इसे बेहतर माना जाता है।
नीम के पेड़ की दातुन पीले दांतों को सफेद बनाने के लिए पारंपरिक उपाय प्रदान कर सकता है। गांवों में रहने वाले कई भारतीय ब्रशिंग के लिए इस पेड़ के टहनियों का उपयोग करते हैं। इस पौधे के तेल में मुंह की बदबू की रोकथाम के लिए एंटीसेप्टिक गुण हैं। यह सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर सकता है और प्रभावी ढंग से कैविटी और सड़न के खिलाफ लड़ सकता है।
दांतों का पीलापन दूर करने का उपाय है तुलसी : आपको बता दें कि तुलसी एक मानी हुई औषधि भी है। जिसका इस्तेमाल कई रोगों में किया जाता है। सर्दी-खांसी से लेकर कई बड़ी और भयंकर बीमारियों में भी एक कारगर औषधि है। दांतों के लिए तुलसी एक बहुत ही अच्छा आयुर्वेदिक उपाय है। तुलसी को आध्यात्मिक रूप से पवित्र माना जाता है और इसकी पत्तियों को प्रभावी रूप से दांतों का पीलापन दूर करने के रूप में प्रयोग किया जाता है।
ब्रशिंग के लिए इसके पाउडर को दांत पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। ये पत्तियां दंत स्वच्छता में सुधार की दिशा में एक प्रमुख भूमिका निभा सकती हैं और यह मसूड़ों के रक्तस्राव जैसे मौखिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समाधान कर सकती है।
1. सेब का सिरका
सामग्री :
- 1 चम्मच सेब का सिरका
- 1 कप पानी से भरा हुआ
विधि :
- सबसे पहले पानी में सेब का सिरका अच्छी तरह से मिलाएं।
- फिर सुबह ब्रश करने से पहले इस पानी से गरारे करें।
- इसे कितनी बार करना चाहिए :
- इसे हफ्ते में 2-3 बार सुबह के समय करें।
फायदा : सेब के सिरके से दांतों को ब्लीच करना आपके दांतों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें पाया जाने वाला हल्का एसिड दांतों से पीलेपन को हटाकर उन्हें चमकदार बनाता है। सेब का सिरका दांतों को सफेद बना सकता है।
2. बेकिंग सोडा और लाइम जूस
सामग्री :
- 1 चम्मच बेकिंग सोडा
- 1 चम्मच नींबू का रस
- 1 टूथब्रश
विधि :
- बेकिंग सोडा और नींबू के रस को मिलाएं।
- टूथब्रश के साथ, इस पेस्ट को अपने दांतों पर लगाएं।
- इसे 2-3 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर अपने मुंह को पानी से धो लें।
- इसे कितनी बार करना चाहिए :
शुरुआत में इसे सप्ताह में दो बार करें और फिर 7-10 दिन के बाद दिन में एक बार इसका उपयोग करें।
फायदा : बेकिंग सोडा को सोडियम बाइकार्बोनेट भी कहा जाता है। यह लगभग हर घर की रसोई में पाया जाता है। दांतों की सफाई के नुस्खे में भी इसका उपयोग हो सकता है। यह तासीर में हल्का खुरदुरा होता है और दांतों पर जम चुके पीले दाग को मिटाने में मदद करता है।
3. हल्दी
सामग्री :
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 टूथब्रश
विधि :
- अपने टूथब्रश पर हल्दी पाउडर छिड़कें और ब्रश करें।
- इसके बाद इसे 2-3 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर अच्छी तरह से कुल्ला कर लें।
- इसके बाद सामान्य टूथपेस्ट से ब्रश कर लें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : ऐसा करने से तुरन्त ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। अगरग आवश्यक हो, तो कुछ दिनों के बाद इस दांतों की सफाई के नुस्खे को फिर से दोहराएं।
फायदा : हल्दी के पाउडर का हल्का खुरदुरापन दांतों से गहरे दाग हटाने में मदद करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, हेपेटोप्रोटेक्टिव, इम्युनोस्टिमुलेंट, एंटीसेप्टिक और एंटीमुटाजेनिक जैसे गुणों के कारण, यह दंत चिकित्सा में भी काफी उपयोगी है। यह आपके दांतों और मसूड़ों को मजबूत और बैक्टेरिया से मुक्त बनाता है, इसके अलावा नीम का अर्क, पाउडर और पेस्ट भी एंटीप्लेक के रूप में किया जाता है। एक शोध के अनुसार जिन बच्चों ने नीम की दातुन का उपयोग किया उनके दांत मजबूत थे।
4. नमक और नींबू
सामग्री :
- 1 चम्मच सफेद नमक
- 2 चम्मच नींबू का रस
विधि :
- नींबू के रस और नमक को मिलाएं।
- इस मिश्रण का उपयोग टूथपेस्ट के रूप में करें।
- इसे कितनी बार करना चाहिए :
- ऐसा हफ्ते में दो बार करें।
फायदा : दांतों को चमकाने के घरेलू उपाय में नींबू के रस का महत्व है। इसमें प्राकृतिक ब्लीचिंग गुण होता है, जिस कारण दांतों का पीलापन हट सकता है। वहीं, नमक में एक्सफोलिएंट गुण होता है, जिससे दांत की सफाई में मदद मिल सकती है। इससे दांतों का पीलापन और दाग दूर होते हैं।
5. चारकोल
सामग्री :
- चारकोल का पाउडर
- टूथब्रश
विधि :
- टूथब्रश को गीला करें और इस पर चारकोल लगाएं।
- अब दो मिनट तक आराम-आराम से अपने दांतों को ब्रश से साफ करें।
- अब पानी से अच्छी तरह से कुल्ला कर लें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : इसे हफ्ते में एक या दो बार करें।
फायदा : चारकोल गंदगी को अवशोषित कर दांतों को प्रभावी ढंग से जल्दी सफेद करता है। यह कैविटीज को रोकने, बैक्टेरिया को दूर करने और दांतों व मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखने में उपयोगी है। आजकल तो बाजार में चारकोल वाले ब्रश भी उपलब्ध हैं।
6. नारियल का तेल
सामग्री :
- 2 चम्मच नारियल का तेल
विधि :
- अपनी उंगलियों से नारियल के तेल को अपने दांतों पर आराम-आराम से रगड़ें, लेकिन आप इसे निगले नहीं।
- इसके बाद पानी से कुल्ला करें और फिर ब्रश करें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : रोजाना सुबह इस दांतों को चमकाने के घरेलू उपाय को करें।
फायदा : नारियल तेल में मौजूद लॉरिक एसिड में एंटी-माइक्रोबियल व एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इस कारण से यह दांतों में प्लाक पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करता है। यह आपकी सांसों को ताजा रखने में भी मदद करता है।
7. स्ट्रॉबेरीज
सामग्री :
- 1 स्ट्रॉबेरी
- 1 चम्मच बेकिंग सोडा
विधि :
- स्ट्रॉबेरी को मैश करके उसमें बेकिंग सोडा मिलाएं।
- फिर इस मिश्रण को अपने दांतों पर लगाने के लिए टूथब्रश या अपनी उंगली का उपयोग करें।
- इसे लगाकर कुछ मिनट के लिए छोड़ दें।
- इसके बाद कुल्ला कर लें फिर रोज की तरह ब्रश करें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : इस विधि को सप्ताह में एक बार किया जा सकता है।
फायदा : स्ट्रॉबेरी में मौजूद विटामिन सी मसूढ़ों को मजबूत करने के साथ ही दांतों का पीलापन भी घटाता है और दाग हल्के होते हैं। इसके नियमित उपयोग के बाद देखेंगे कि दांत और चमकीले हो गए हैं ।
8. नीम
सामग्री :
- 1 नीम का दातुन
विधि :
- नीम के दातुन को गर्म पानी से धो लें।
- फिर इससे दांत साफ करें।
- इसे कितनी बार करना चाहिए :
- इस प्रकार दांत की सफाई हर दिन कर सकते हैं ।
फायदा : नीम का उपयोग बहुत पहले से ही दांतों की सफाई के लिए किया जाता है। इसके नियमित उपयोग से आपके दांत और मसूड़े बिना किसी पीलेपन के स्वस्थ रहेंगे।
9. पेरोक्साइड से कुल्ला
सामग्री :
- 1 कप हाइड्रोजन पेरोक्साइड
- 1 कप गुनगुना पानी
विधि :
- पानी के साथ हाइड्रोजन पेरोक्साइड मिलाकर एक घोल बना लें।
- इस घोल से 30-40 सेकंड तक गरारे करें और इसे थूक दें।
- फिर सादे पानी से कुल्ला कर लें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : इस दांत साफ करने के तरीके को सप्ताह में दो बार दोहराएं। ध्यान रखें कि इसको निगलें नहीं, सिर्फ कुल्ला करें।
फायदा : दांतों की सफाई के घरेलू उपचार के तौर पर हाइड्रोजन पेरोक्साइड का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें ब्लीचिंग के गुण पाए जाते हैं। दांतों के डॉक्टर भी इलाज के दौरान इसका उपयोग करते हैं।
10. ऑरेंज ऑयल
सामग्री :
- ऑरेंज ऑयल की 2-3 बूंदें
- 1 टूथपेस्ट
- 1 टूथब्रश
विधि :
- सबसे पहले अपने टूथब्रश पर ऑरेंज ऑयल लगाएं और फिर उस पर टूथपेस्ट लगाएं।
- सके बाद अपने दांत ब्रश कर लें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : एक या दो सप्ताह तक रोज सुबह इस दांतों की सफाई के नुस्खे को आजमाएं।
फायदा : संरते के तेल को संतरे के छिलके से तैयार किया जाता है। यह दांतों को सफेद करने में सहायक होता है। साथ ही इसमें एंटीफंगल गुण भी होते हैं, जिस कारण से यह दांतों को ठीक रखने में मदद करता है।
11. तिल का तेल
सामग्री :
- 1 बड़ा चम्मच तिल का तेल
विधि :
- सुबह खाली पेट 15-20 मिनट तक तेल को अपने मुंह में धीरे-धीरे घुमाते रहें, लेकिन ध्यान रहे कि इसे निगलें नहीं।
- इसके बाद तेल को थूक दें और पानी से कुल्ला कर लें। आप चाहें तो इस पानी में एक चुटकी नमक भी मिला सकते हैं।
- इसके बाद रोज की तरह ब्रश करें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : हर सुबह एक बार इस प्रकार दांत की सफाई कर सकते हैं।
फायदा : तिल के तेल में सेसमिन, सेसमोलिन और सेसमिनोल के साथ ही डिटॉक्सिफिकेशन, एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबायोटिक गुण होते हैं। इन सभी गुणों के कारण तिल का तेल न सिर्फ दांतों के धब्बे साफ करता है, बल्कि उन्हें मजबूती भी देता है।
12. संतरे का छिलका
सामग्री :
- संतरे का छिलका
विधि :
- संतरे के छिलके को अपने दांतों पर एक या दो मिनट के लिए रगड़ें।
- इसके बाद रोज की तरह ब्रश पर टूथपेस्ट लगाकर ब्रश करें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : आप हफ्ते में एक दिन छोड़कर दांत सफेद करने के तरीके को कर सकते हैं।
फायदा : दांतों की सफाई के घरेलू उपचार के रूप में संतरे के छिलकों को इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें ब्रोमेलैन नामक एक एंजाइम होता है, जो दांतों को सफेद करता है और यह एंटीबैक्टीरियल व एंटीमाइक्रोबियल के रूप में भी काम करता है।
13. सेंधा नमक
सामग्री :
- थोड़ा-सा सेंधा नमक
- 2 चम्मच पानी
- 1 टूथब्रश
विधि :
- सेंधा नमक को पानी में मिला कर पेस्ट बनाएं।
- इस पेस्ट से अपने दांतों को ब्रश करें।
- बचे हुए नमक-पानी के घोल में थोड़ा और पानी मिलाएं और इससे गरारे करें।
- इसके बाद सादे पानी से गरारे करें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : इस दांतों को चमकाने के घरेलू उपाय को हफ्ते में 2-3 बार करें।
फायदा : सेंधा नमक दांतों पर बनने वाली पीलेपन की धुंधली परत को साफ करता है। साथ में ही यह जीवाणुरोधी भी है।
14. अमरूद की पत्तियां
सामग्री :
- 1-2 अमरूद के पत्ते
विधि :
- अमरूद की पत्तीओं को पीस कर पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को अपने दांतों पर हल्के-हल्के रगड़ें और एक या दो मिनट के लिए छोड़ दें।
- फिर कुल्ला करके दांतों की सफाई करें और टूथपेस्ट से ब्रश कर लें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : इसे कुछ दिनों तक रोज करें।
फायदा : अमरूद की पत्तियों का उपयोग दांतों की सफाई के घरेलू उपचार के लिए किया जाता है। इससे मुंह का संक्रमण और मसूड़ों की सूजन का इलाज किया जा सकता है। इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स दांतों पर होने वाले ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के प्रभाव को कम करते हैं, जो दांतों के पीलेपन के कारणों में से एक है।
15. तेल से मंजन
सामग्री :
- थोड़ा-सा नारियल, सूरजमुखी या नारंगी तेल
विधि :
- सुबह मंजन करने के पहले थोड़ी देर तक तेल को दांतों पर मलें।
- इसके बाद पानी से कुल्ला कर लें।
- फिर ब्रश कर लें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : इस दांत साफ करने के तरीके को हफ्ते में 3-4 बार कर सकते हैं।
फायदा : दांत की सफाई के उपाय में ऑयल स्विंग थेरेपी एक पारंपरिक प्रक्रिया है। इसमें मुंह के अंदर तेल को मलते हैं। यह चिकित्सा मुंह की बीमारियों को ठीक करने वाली है। विभिन्न प्रकार के तेल को दातों पर मलने से मसूड़े की सूजन को कम किया जा सकता है।
16. केले का छिलका
सामग्री :
- केले का छिलका
- 1 कप गुनगुना पानी
विधि :
- केले के छिलके को छोटे टुकड़ों में काट लें।
- एक टुकड़ा लें और उसके अंदर के हिस्से को एक या दो मिनट तक अपने दांतों पर आराम-आराम से रगड़ें।
- इसके बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर दांत की सफाई करें।
इसे कितनी बार करना चाहिए : इस दांत साफ करने के तरीके को रोज कर सकते हैं।
फायदा : केले के छिलके में मैंगनीज और पोटैशियम जैसे खनिज होते हैं, जो दांत सफाई के उपाय में से एक हैं। ये दांतों को सफेद करने में मदद करते हैं।
दांतों की सफाई के नुस्खे के बाद आइए अब जानते हैं कि हम क्या खाएं और क्या न खाएं, ताकि दांत ठीक रहें।
दांतों की सफाई के लिए आहार- Food for Teeth Whitening in Hindi
दांतों की सुंदरता और मजबूती सिर्फ दांत की सफाई पर ही निर्भर नहीं करती है, बल्कि खान-पान पर ध्यान देना भी जरूरी है। यहां हम दांत सफाई के उपाय के रूप में कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं।
इनका करें सेवन:
ग्रीन और ब्लैक टी: दोनों में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो दांतों के बैक्टीरिया को मारते हैं। यह उन बैक्टीरिया को बढ़ने या एसिड को बनने से रोकते हैं, जो दांतों के लिए नुकसानदायक हैं।
फाइबर युक्त फल और सब्जियां : अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन (एडीए) का कहना है कि फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ आपके दांतों और मसूड़ों को साफ रखने में मदद करते हैं। इन खाद्य पदार्थों से लार भी बनती है, जाे दांतों पर हमला करने वाले एसिड और एंजाइम के प्रभाव को कम करने का काम करती है।
डेयरी उत्पाद : दूध और अन्य डेयरी उत्पादों में कैल्शियम व फास्फेट होता है। ये उन खनिजों को सुरक्षित करने में मदद करते हैं, जो दांत वअन्य हानिकारक खाद्य पदार्थों के कारण खो सकते हैं। ये दांतों के प्राकृतिक इनेमल को सही करने का काम करते हैं।
फ्लोराइड युक्त खाद्य पदार्थ: फ्लोराइड युक्त पीने का पानी या कोई भी अन्य उत्पाद जो फ्लोराइड युक्त हैं, दांतों के विकास में मदद करता है।
चीनी रहित च्युइंग गम: इससे भी मुंह में लार का निर्माण होता है, जो मुंह के लिए फायदेमंद है। साथ ही इससे दांतों में जाम खाद्य पदार्थों को निकालने में भी मदद मिलती है।
इनसे रहें दूर:
चिपचिपी कैंडी और मिठाई: वो सभी मिठाइयां और कैंडी जाे दांतों से चिपक जातीं हैं और फिर दांतों काे सड़ाने वाले बैक्टीरिया को उत्पन्न करती हैं।
स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थ: कुछ खाद्य पदार्थ दांतों में फंस जाते हैं और फिर दांतों को सड़ाने का कारण बनते हैं। उदाहरण के लिए, मुलायम ब्रेड और आलू के चिप्स आपके दांतों के बीच फंस सकते हैं।
कार्बोनेटेड पेय पदार्थ : ऐसे पेय पदार्थों में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। इन्हें पीने से दांत का पीलापन बढ़ता है और इनेमल को भी नुकसान होता है।
मुंह को सूखाने वाले पदार्थ : शराब और कई दवाएं ऐसी हैं, जो मुंह को सुखा देती हैं, जिसका असर दांतों पर पड़ता है। इससे दांत कमजोर हो जाते हैं और जल्दी ही गिरने भी लगते हैं।
दांतों की सफाई के घरेलू उपचार व खान-पान के बारे में जानने के बाद अब हम कुछ खास टिप्स देने जा रहे हैं।
दांतों को चमकाने के लिए कुछ और टिप्स – Tips for Teeth Whitening in Hindi
- दांतों की सफाई के लिए दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें। सॉफ्ट ब्रिसल्स वाले ब्रश आपके मसूड़ों के लिए अच्छे होते हैं।
- शर्करा युक्त भोजन सीमित मात्रा में करें। ये दांतों में बैक्टीरिया बनाने का एक कारण हो सकते हैं।
- फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करें। फ्लोराइड दांत के इनेमल को सख्त करने में मदद करते हैं और दांताें को टूटने से बचाते हैं।
- अगर कोई दांत हिल रहा है, तो दांत बचाने की कोशिश करें। संभव हो तत्काल दांतों के डॉक्टर की सलाह लें।
- दांतों की सफाई के लिए रोजाना फ्लॉस जरूर करें।
- बोतल बंद शीतल पेय पदार्थों का सेवन न करें।
- अपने दांतों को चोट से बचाएं। खेलते समय माउथगार्ड पहनें।
- नियमित चेकअप के लिए अपने डेंटिस्ट से मिलें। दांत दर्द या मसूड़ों से खून आने जैसी समस्या होने पर तुरंत डेंटिस्ट के पास जाएं।
सोचिए बिना दांतों के आपका जीवन कैसे होगा? इसलिए, जीवन में दांतों को बनाएं रखने के लिए जरूरी है उनकी उचित देखभाल। हमने इस आर्टिकल के जरिए बताने का प्रयास किया है कि दांतों को मजबूत और सुंदर बनाने के लिए क्या जरूरी है और किन चीजों से परहेज करना चाहिए। दांतों की सुंदरता के बारे में यह आर्टिकल आपको कैसा लगा नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही इस संबंध में कोई प्रश्न है, तो उसे भी हमारे साथ शेयर करें। हम प्रमाण सहित उसका जवाब देने का प्रयास करेंगे।
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