चक्र फूल का परिचय :
चक्र फूल (स्टार अनीस) का वैज्ञानिक नाम इलिसियम वर्म है और यह इलीसिएसी परिवार का एक सदाबहार छोटा, मध्यम आकार का पेड़ है। इलिसियम जीनस की सबसे आम प्रजातियाँ स्टार अनीस (इलिसियम वर्म), जापानी अनीस (इलिसियम एनिसैटम), मैक्सिकन अनीस (इलिसियम मेक्सिकैनम) और स्टार अनिस्ड (इलिसियम एनिसटम) हैं। यह पूर्वी एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के ट्रॉपिकल (उष्णकटिबंधीय) क्षेत्रों में उगाया जाता है और इसकी 42 प्रजातियां और 166 किस्में हैं। वे सभी जगह, भौतिक संरचना और रासायनिक संरचना में अलग हैं। आईएसकेडी मेडीफिट (ISKD Medifit) के इस लेख के माध्यम से प्राचीन आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरूप बतायेंगे चक्र फूल (स्टार ऐनिस) खाने से शरीर को क्या क्या फायदे होते हैं
चक्र फूल (स्टार अनीस) सबसे आम प्रजाति है। चक्र फूल (स्टार अनीस) को कई नामों से जाना जाता है। इसे बंदियान (फारसी), फूलचक्री (हिंदी), बादियाने (फ्रेंच), बादियां (उर्दू) और स्टार अनीस (अंग्रेजी) कहा जाता है। उत्पति की जगह और इसके बढ़ने के हालातों के आधार पर चक्र फूल (स्टार अनीस) के संभावित उपयोग अलग-अलग हो सकते हैं। यह कॉलिक (गंभीर पेट दर्द), पेट फूलना, काली खांसी, ट्यूबरक्लोसिस (तपेदिक) और लिवर की बीमारियों में मदद कर सकता है।
चक्र फूल (स्टार ऐनिस) क्या है? – What is Star Anise in Hindi
जो चक्र फूल के बारे में पहली बार पढ़ रहे होंगे, उनके दिमाग में एक बात तो जरूर आई होगी कि आखिर चक्र फूल क्या है और यह देखने में कैसा होता है। यहां हम बता दें कि चक्र फूल देखने में सितारे के आकार का होता है। स्टार ऐनिस को इलीसिएसी (Illiciaceae) परिवार का पौधा माना गया है। इसकी खेती मुख्य रूप से लाओस, कंबोडिया, भारत, फिलीपींस और जमैका में होती है। इसकी विशिष्ट आकृति के कारण चीन में इसे बाट गोक (baat gok) या फिर बा जिओ (Ba jiao) कहा जाता है, जिसका मतलब आठ-कोनों वाला सितारा है।
चक्र फूल (स्टार अनीस) की न्यूट्रिशनल वैल्यू :
100 ग्राम चक्र फूल (स्टार अनीस) में लगभग 359 कैलोरी होती है।1
पोषक तत्व | प्रति 100 ग्राम वैल्यू |
कुल फैट | 16 ग्राम |
सैचुरेटेड फैट | 0.6 ग्राम |
सोडियम | 16 मिलीग्राम |
कुल कार्बोहाइड्रेट | 50 ग्राम |
डाइटरी फाइबर | 15 ग्राम |
प्रोटीन | 18 ग्राम |
कैल्शियम | 646 मिलीग्राम |
आयरन | 37 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 1441 मिलीग्राम |
चक्र फूल (स्टार अनीस) की न्यूट्रिशनल वैल्यू (प्रति 100 ग्राम)
चक्र फूल (स्टार अनीस) के गुण :
चक्र फूल (स्टार अनीस) के कई संभावित उपयोग हैं। इसको आंतरिक और साथ ही बाहरी तौर पर भी उपयोग किया जा सकता है। चक्र फूल (स्टार अनीस) के कुछ संभावित गुण निम्नलिखित हैं:
- यह एक एंटीस्पास्मोडिक (जो मांसपेशियों की ऐंठन को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है) हो सकता है।
- यह एक एक्सपेक्टोरेंट (जिसे खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है) के तौर पर काम कर सकता है।
- यह एंटी-माइक्रोबियल के तौर पर काम कर सकता है।
- यह एक एनाल्जेसिक (दर्द से राहत देता है) के तौर पर काम कर सकता है।
- यह एक सेडेटिव ( जो नींद लाने में मदद करता है) की तरह काम कर सकता है।
- इसमें एंटी-कैंसर (कैंसर रोधी) गुण हो सकता है।
- यह एक एंटी-डायरियल (दस्त को रोकने) के तौर पर काम कर सकता है।
- यह एक डाइयुरेटिक (गुर्दे को ज़्यादा मूत्र बनाने में मदद करना) के तौर पर काम कर सकता है।
- इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हो सकते हैं।
- यह एक स्टिम्युलेंट (जिससे कोई जागृत, ऊर्जावान, सतर्क और आत्मविश्वास महसूस करता है) के तौर पर काम कर सकता है।
- यह डायाफोरेटिक (जो पसीना बढ़ाता है) के तौर पर काम कर सकता है।
शरीर की किन समस्याओं को दूर करता है चक्र फूल? (Benefits of star anise flower)
1. चक्र फूल के इथेनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटी-बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं जिससे ये बैक्टीरियल इंफेक्शन की समस्या भी दूर करता है।
2. अगर आपके जोड़ों में दर्द है जो कि वयस्कों के लिए एक आम समस्या है तो उसे दूर करने के लिए आप चक्र फूल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसका तेल आपको आसानी से बाजार में या ऑनलाइन शॉप्स पर मिल जाएगा।
3. चक्र फूल में एंटी-फंगल गुण होते हैं, अगर आपको इंफेक्शन हुआ है जो कि गर्मी के मौसम में आम बात है तो फंंगल इंफेक्शन के इलाज के रूप में आप चक्र फूल के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. अगर आपको गैस या अपच है तो भी आप चक्र फूल के लाभ उठा सकते हैं, इसके इस्तेमाल से डाइजेशन बेहतर होता है।
5. अगर शरीर में कहीं भी सूजन है तो उसे दूर करने के लिए आप चक्र फूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एनेथोल पाया जाता है जिससे सूजन की समस्या दूर होती है।
चक्र फूल को कैसे इस्तेमाल करें? (How to use star anise)
आपको 3 से 5 चक्र फूलों को गरम करके पानी में दस मिनट के लिए भिगोकर रखना है और उसे छानने के बाद आप उस पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा आप चक्र फूल का पाउडर बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं, पाउडर को आप गरम पानी के साथ ले सकते हैं, कुछ लोग इसे दूध के साथ भी लेते हैं पर दूध के साथ लेने से कई लोगों को गैस हो सकती है इसलिए पानी के साथ इसका सेवन सुरक्षित माना जाता है। कई लोग चक्र फूल का तेल बनाकर इस्तेमाल करते हैं, वहीं कुछ इसका सूप बनाते हैं तो कुछ चाय या रसम में डालकर पीते हैं। सही पाचन के लिए इसे चबाकर भी खाया जाता है।
चक्र फूल का उपयोग कैसे करें?
चक्र फूल का उपयोग नीचे दिए तरीकों से किया जा सकता है:
- खड़ा मसाला
- चाय
- एसेंशियल ऑयल
- बीज
चाइनीज़ और भारतीय व्यंजनों को पकाने में चक्र फूल का उपयोग बड़ी मात्रा में किया जाता है। यह ‘गरम मसाले’ का एक मुख्य घटक है। इसका उपयोग खाद्य उद्योग (फ़ूड इंडस्ट्रीज) में न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स के रूप में किया जाता है। तरह-तरह के व्यंजनों, पेय पदार्थों (बेवरेजेस), डेज़र्ट और स्वादिष्ट मुरब्बा बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। गाजर और टमाटर पाउडर, डिहाइड्रेटेड चुकंदर, लहसुन और गोभी के फ्लेक्स जैसे उत्पादों (प्रोडक्ट्स) में चक्र फूल का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, मिठाइयों में इसका उपयोग फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में किया जाता है।
कब खाएं :
- इसे दोपहर या रात के भोजन में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- चक्र फूल की चाय को सुबह या शाम को पी सकते हैं।
कितना खाएं :
- आमतौर पर 5-7 चक्र फूल को गर्म पानी में दस मिनट के लिए भिगोकर रखने के बाद छानकर इसे लिया जाता है। हालांकि इसकी सीमित मात्रा को ही उपयोग में लाएं। वहीं, अगर कोई अपने लिए चक्र फूल के सेवन की सही मात्रा जानना चाहता है, तो वो आहार विशेषज्ञ से संपर्क करें।
चक्र फूल की कितनी मात्रा का सेवन सुरक्षित है?
चक्र फूल का ज्यादा सेवन करने से दस्त की समस्या हो सकती है, पेट में दर्द हो सकता है, उल्टी आ सकती है या जी मिचलाहट महसूस हो सकती है इसलिए आपको चक्र फूल के इस्तेमाल की सही मात्रा जान लेनी चाहिए। आपको एक बार में 5 फूल से ज्यादा का इस्तेमाल नहीं करना है और अगर आप पाउडर के फॉर्म में इसका सेवन कर रहे हैं तो डेढ़ चम्मच से ज्यादा का सेवन न करें।
चक्र फूल के संभावित उपयोग: Chakra Phool (Star Anise) ka sambhavit upyog:
चक्रफुल पर हुए शोध में पाया गया है कि इसमें कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो कई प्रकार की समस्याओं से बचने और उसके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे होने वाले कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं।
सूक्ष्मजीवी संक्रमण (माइक्रोबियल इन्फेक्शन) के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
चक्र फूल में एंटी-माइक्रोबियल एक्टिविटी देखी जा सकती है। जैसा कि कई अध्ययनों में देखा गया है, इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीपैरासिटिक, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण देखे जा सकते हैं। शोधकर्ताओं ने पोरफाइरोमोनास जिंजीवेलीस, इकेनेला कोरोडेन्स, एक्टीनोमाइसेस ओडोन्टोलिटिकस, विलोनिल्ला परवुला, पेप्टोस्ट्रेप्टोकोकस माइक्रोस और कैपनोसाइटोफेगा जिंजीवेलीस सहित कई बैक्टीरिया के खिलाफ चक्र फूल की संभावित एंटी-बैक्टीरियल एक्टिविटी पाई है। चक्र फूल में संभावित एंटी-फंगल एक्टिविटी हो सकती है। एक अध्ययन में एफ. सोलानी (फ्युसेरियम सोलानी), एफ. ग्रेमिनेरम और एफ. ऑक्सीस्पोरम के खिलाफ 100% (सौ प्रतिशत) एंटीफंगल एक्टिविटी दिखाई देती है। हालाँकि, ऊपर बताये गए चक्र फूल के सभी संभावित गुणों को साबित करने के लिए बहुत बड़े स्तर पर रीसर्च की ज़रूरत है।
दस्त (डायरिया) के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
पेट पर चक्र फूल और कैमोमाइल के मिश्रण (ब्लेंड) की क्रिया का परीक्षण (टेस्ट) करने के लिए एक जानवर पर अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में मल (स्टूल) के ढीलेपन को कम करने और मल के बाहर निकालने की संख्या को कम करने की संभावना दिखाई दी। इसलिए, अध्ययन ने डायरिया के लिए कैमोमाइल और चक्र फूल के मिश्रण के संभावित उपयोग को दिखाया।1 हालाँकि, मनुष्यों पर इन प्रभावों को साबित करने अभी और अध्ययन की ज़रूरत है। आपको बेहतर सलाह के लिए किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
सेक्स समस्याओं के लिए चक्र फूल के फायदे
चक्र फूल यौन शक्ति बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है। इसके सेवन से लो सेक्स ड्राइव (Chakra Phool ke fayde in hindi) बढ़ती है। हर तरह की सेक्सुअल समस्याओं से बचने के लिए आप स्टार ऐनिज को अपने भोजन में शामिल करें। आप लंबी उम्र तक यौन रूप से स्वस्थ रहेंगे। एक गिलास पानी में चक्र फूल का पाउडर मिलाकर पिएं, लाभ होगा।
पिएं चक्र फूल से बनी चाय (Star anise tea in hindi) के फायदे
चक्र फूल से आप चाय भी बनाकर पी सकते हैं। इसे करी वाली सब्जी में डालेंगी तो स्वाद बढ़ने के साथ ही इम्यूनिटी भी स्ट्रॉन्ग होगी। कोरोनावायरस के संक्रमण (Coronavirus infection) से खुद को बचाए रखने के लिए स्टार ऐनिज या चक्र फूल से बनी चाय (Chakra Phool tea) हर किसी को जरूर पीनी चाहिए। चक्र फूल की चाय बनाने के लिए एक कटोरे में एक कप पानी डालें। इसे गैस पर रखकर उबालें। अब इसमें 2-3 चक्र फूल डाल दें। थोड़ी देर उबलने दें, ताकि इसमें मौजूद सारे तत्व, गुण और फ्लेवर पानी में मिल जाए। अब इसे हल्का गुनगुना पिएं। इससे आपकी खांसी, सर्दी-जुकाम, गले में खराश ठीक हो जाएगी।
गैस और अपच से छुटकारा पाने के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
गैस और अपच की समस्या से छुटकारा पाने के लिए चक्र फूल के फायदे देखे जा सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में स्टार ऐनिस को एक अच्छा गैस रिलीजिंग एजेंट माना गया है, जो गैस की समस्या से राहत दिलाने का काम कर सकता है। वहीं, भोजन के बाद चक्र फूल चबाने से पाचन तंत्र में सुधार हो सकता है, जिससे कि खाने को पचाना आसान हो सकता है। फिलहाल, इसके इन फायदों के पीछे कौन से गुण काम करते हैं, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
एंटी-माइक्रोबियल गुण के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
के फायदे एंटी-माइक्रोबियल के रूप में भी देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक रिसर्च की मानें, तो चक्र फूल में एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। वहीं, एंटी माइक्रोबियल गुण बैक्टीरिया के साथ-साथ वायरस, फंगस और परजीवी संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं।
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
चक्र फूल को एंटी-इन्फ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला) गुण के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो इसमें एनेथोल नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह काम कर सकता है। वहीं, एंटी इंफ्लेमेटरी गुण फेफड़ों को सूजन की समस्या से बचाने में मददगार हो सकते हैं। इसके अलावा, सूजन की अन्य स्थितियों पर स्टार ऐनिस कुछ हद तक कारगर साबित हो सकता है।
एंटी-बैक्टीरियल लाभ के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
चक्र फूल के फायदे एंटी-बैक्टीरियल के रूप में भी सामने आ सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक अध्ययन में दिया हुआ है कि चक्र फूल के इथेनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होता है, जो स्यूडोमोनस एरुगिनोसा और एसिनोबोबैक्टेर बॉमनी जैसे बैक्टीरिया के खिलाफ कारगर साबित हो सकता है।
एंटी-फंगल गुण के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
चक्र फूल फंगल संक्रमण से छुटकारा दिलाने का काम भी कर सकता है। इस संबंध में पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, चक्र फूल में एंटी-फंगल प्रभाव पाया जाता है, जो फुसैरियम सोलानी, फुसैरियम ग्रैमिनेयरम और फुसैरियम ऑक्सिस्पोरम नामक फंगस के खिलाफ कारगर साबित हो सकता है। त्वचा के लिए चक्र फूल लाभ फंगल संक्रमण से बचाव का काम कर सकते हैं।
कीमोप्रोटेक्टिव (Chemoprotective) गुण के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
स्टार ऐनिस कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, इसमें एंटी-ट्यूमर गुण पाया जाता है, जो ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में मददगार हो सकता है। साथ ही शोध में यह भी जिक्र मिलता है कि चक्र फूल के तेल, इसमें मौजूद पॉलीसैकेराइड (polysaccharides) और शिकीमिक एसिड (shikimic acid) में कीमोप्रिवेंटिव (कैंसर से बचाव करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इसके अलावा, हम यह स्पष्ट कर दें कि कैंसर से बचने के लिए चक्र फूल कैंसर प्रिवेंटिव डाइट में शामिल किया जा सकता है, लेकिन यह इसका इलाज नहीं है। इसलिए, अगर कोई कैंसर की चपेट में आ चुका है, तो उसका डॉक्टरी इलाज करवाना जरूरी है।
इन्फ्लेमेशन (जलन/सूजन) के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
अगर हमारे शरीर में कोई तेज इन्फ्लेमेशन होती है, इसका मतलब ये है कि हमारा शरीर किसी प्रकार के संक्रमण (इन्फेक्शन) से लड़ने की कोशिश कर रहा है। इंफ्लामेटरी स्थितियों(कंडीशन)/विकारों (डिसॉर्डर) से लड़ने में चक्र फूल का संभावित उपयोग हो सकता है। चक्र फूल के संभावित एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की जानवरों पर जाँच की गयी, जहाँ यह पाया गया कि इसमें शक्तिशाली दर्दनिवारक (पेनकिलर) और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव है । इस अध्ययन से इन्फ्लेमेशन के लिए चक्र फूल के संभावित फायदों का पता चलता है, पर मनुष्यों में इसके प्रभाव को साबित करने के लिए अभी और अध्ययन की ज़रूरत है।
अरोमाथेरेपी के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
अरोमाथेरेपी चिकित्सा जगत की वो पद्धति है, जिसमें प्राकृतिक तेलों का इस्तेमाल कर विभिन्न शारीरिक समस्याओं का इलाज किया जाता है। इसमें चक्र फूल का तेल भी शामिल है। वहीं, इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि चक्र फूल के तेल से की गई अरोमाथेरेपी खांसी, ऐंठन, हिचकी और अपच की समस्या को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकती है।
कैंसर के लिए चक्र फूल के संभावित उपयोग
मनुष्यों का शरीर, कई प्राकृतिक तरीकों से अपने शरीर में मौजूद मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) से लड़ने की क्षमता रखता है और उसमें अगर मनुष्य चक्र फूल खाये तो, वो उसके लिए और फायदेमंद हो सकता है, जो कैंसर से लड़ने में मददगार हो सकता है। कुछ स्थितियाँ, जो मुक्त कणों और निकोटिन के कारण उत्पन्न होती हैं, जैसे की कैंसर, उनपर चक्र फूलों का असर पड़ सकता है, क्योंकि चक्र फूल में एंटी-कैंसर गुण हो सकते हैं। यह उन क्षतिग्रस्त (डैमेज्ड) डीएनए पर असर डालता है जो कैंसर को ट्रिगर करने और कैंसर कोशिका (सेल) को फैलाने में ज़िम्मेदार होते हैं।1 हालाँकि, इस तरह के दावों को साबित करने के लिए अभी और रीसर्च की ज़रूरत है। इसके अलावा, कैंसर एक खतरनाक समस्या है, इसके इलाज के लिए आपको कैंसर से संबंधित डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
चक्र फूल का पानी – Star anise water
चक्र फूल का पानी सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। ल्यूक कॉन्टिनहो ने इसे बनाने का तरीका भी बताया। जैसे कि इसे बनाने के लिए
-1 ग्लास पानी लें
-1 पूरा चक्र फूल लें
-अब इसमें हल्का सा सोंठ डालें
-फिर एक दो लौंग और थोड़ा सा दालचीनी डालें।
-अब सबको उबाल दें।
-अब इस पानी को छाल लें और अब इसका सेवन करें।
चक्र फूल का पानी पीने के फायदे-Star anise water benefits in hindi
1. ब्लॉटिंग कम करता है
ब्लॉटिंग मेंचक्र फूल का पानी पीना बहुत ही फायदेमंद है। दरअसल, ये अपच की समस्या को कम करने में मददगार है। दरअसल, ये एंटाएसिड की तरह काम करता है और गैस रिलीजिंग में मदद करता है। ये पाचन तंत्र के काम काज को बेहतर बनाता है और ब्लॉटिंग को रोकता है। खाना खाने के बाद इसे लेना आपको खाने के कारण महसूस होने वाले भारीपन और पेट में सूजन से बचाता है।
2. फ्लू से बचाता है
चक्र फूल का पानी पीने से आप फ्लू से बच सकते हैं। दरअसल, इसका एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण मौसमी इंफेक्शन से बचाता है और इम्यून सिस्टम द्वारा बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा ये फ्लू के लक्षणों जैसे कि गले में दर्दऔर सीने में जकड़न को कम कर सकता है।
3. बलगम बनने से रोकता है
चक्र फूल का पानी पीने से आप बलगम को बनने से रोक सकते हैं। साथ ही जिन्हें बलगम वाली खांसी है उनके लिए भी ये बहुत फायदेमंद है। क्योंकि इसका एंटीऑक्सीडेंट बलगम को पिघलाने और इसे बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसका एंटी इंफ्लेमेटरी गुण फेफड़ों को सूजन को कम करने और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाते हैं।
4. जोड़ों के दर्द में असरदार
चक्र फूल के पानी पीने से आपको जोड़ों के दर्द में आराम मिल सकता है। दरअसल, इसका एंटीइंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के सूजन को कम करने और दर्द में आराम दिलाने में मदद कर सकता है। जोड़ों में दर्द होने पर आपको इसका रेगुलर और संतुलित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
5. फंग इंफेक्शन से बचाता है
कई बार शरीर में पीएच की गड़बड़ी के कारण भी आप फंगल इंफेक्शन के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में चक्र फूल का पानी आपको इस इंफेक्शन से बचा सकता है। इसके अलावा अगर आपको कही फंगल इंफेक्शन है भी तो ये इसे कम कर सकता है और इंफेक्शन को ठीक करने में मदद करता है।
चक्र फूल के नुकसान:
चक्र फूल के नुकसान नीचे दिए गए हैं:
- कभी-कभी, चक्र फूल में चाइनीज़ चक्र फूल (इल्लिसियम वेरम) की मिलावट की जाती है या जापानी चक्र फूल (इल्लिसियम एनिसैटम) के साथ दूषित (कंटैमिनेट) किया जाता है। जापानी चक्र फूल, चाइनीज़ चक्र फूल के जैसे ही दिखती है, लेकिन वो ज़्यादा ज़हरीली (टॉक्सिक) होती है। जापानी चक्र फूल में एक ऐसा रासायनिक यौगिक (केमिकल कंपाउंड) होता है जिसके कारण मिर्गी, मतिभ्रम (हैलुसिनेशन) और मतली हो जाता है।3
- बच्चों में पेट दर्द (कॉलिक) की समस्या से राहत दिलाने के लिए, चक्र फूल का उपयोग कार्मिनटिव (गैस से राहत) के रूप में किया जाता है। बच्चों के लिए इसे बहुत पुराने समय से उपयोग किया जा रहा है, इसके बावजूद, यह तीन महीनों से कम उम्र के बच्चों में, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और न्यूरोलॉजिकल मेनिफेस्टेशन के साथ विषाक्तता (पॉइज़नस) का कारण पाया गया है। हो सकता है चक्र फूल को ज्यादा समय तक उबालने के कारण, इसमें उच्च सांद्रता (हायर कॉन्सेंट्रेशन) हो गया हो, या फिर जापानी चक्र फूल के साथ ये कंटैमिनेड हो।4
आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों (हर्ब्स) से भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं और अलग-अलग लोगों पर इसके अलग-अलग प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। इस बात का ध्यान ज़रूर रखें कि इसका उपयोग करने से पहले आप अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले लें।
चक्र फूल के साथ लेने वाली सावधानियाँ:
हमेशा कुछ बातों का ध्यान रखें:
- बच्चों को चक्र फूल नहीं देना चाहिए, क्योंकि ये गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और न्यूरोलॉजिकल मेनिफेस्टेशन के साथ विषाक्त (पॉइज़नस) हो सकता है। इसलिए, बच्चों को चक्र फूल ना दें।
- चक्र फूल में मौजूद एक रासायनिक यौगिक (कंपाउंड) थोड़ा विषैला (टॉक्सिक) होता है और अगर इसे अधिक मात्रा में ले लें, तो ये जलन पैदा कर सकता है।
- चक्र फूल, को जब 1 से 5 मिली की मात्रा में लिया जाता है, तो इसके कारण मनुष्यों में मतली, उलटी, दौरे और पल्मोनरी एडिमा (फेफड़ों में बहुत अधिक पानी भर जाना) की समस्या हो सकती है।5
- अभी तक इसका कोई सबूत नहीं है कि चक्र फूल को गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) और स्तनपान (ब्रेस्टफीडिंग) के समय खाना सुरक्षित है या नहीं। तो अच्छा यही होगा कि, आप खुद से सतर्क रहें और चक्र फूल को ना खाये या अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले लें कि क्या आप इस समय चक्र फूल खा सकती हैं या नहीं।
आपको यही सलाह दी जाती है कि किसी भी बीमारी के लिए आप घरेलू इलाज ना करें। किसी भी चल रहे इलाज को खुद से ना ही बदलें और ना ही बंद करें।
अन्य दवाओं के साथ परस्पर क्रियाएँ (इंटरैक्शन):
चक्र फूल किसी अन्य दवाओं या खाने के साथ परस्पर क्रियाएँ (इंटरैक्शन) करता है या नहीं, अभी इसके बारे में किसी भी प्रकार का सबूत या अध्ययन पर्याप्त (सफिसिएंट) नहीं है। इसलिए, इस विषय पर अभी और अध्ययन की ज़रूरत है। हालाँकि, चक्र फूल का उपयोग करने से पहले हमेशा किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले लेनी चाहिए।
Discussion about this post