सप्तामृत लौह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो आंखों, कान, नाक, गला, दिमाग और शाररिक शक्ति की ताकत के लिए प्रयोग की जाती है। आईएसकेडी मेडीफिट द्वारा बनायी गयी सप्तामृत लौह का उपयोग एसिडिटी, अल्सर, पेट गैस एवं मूत्र संबंधी रोगों में भी किया जाता है. सप्तामृत लौह औषधि को ISKD Medifit, Baidyanath, Dabur, Zandu एवं Divya Patanjali कंपनियों के द्वारा बनायीं जाती है।
आईएसकेडी मेडीफिट सप्तामृत लौह क्या है | What is ISKD Medifit Saptamrit Lauh in hindi
सप्तामृत लौह आयुर्वेद का लौह कल्प है। लौह कल्प वह दवा है जिनमे मुख्य घटक लौह है। आईएसकेडी मेडीफिट द्वारा बनायी गयी सप्तामृत लौह को बनाने के लिए नो (9) घटक बराबर मात्रा में मिलाये जाते हैं, जो इस प्रकार हैं आमला, हरीतकी, बहेड़ा, मुलेठी, लोह भस्म, अश्वगंधा, गिलोय, गुग्गुल और शहद। यह दवा आँखों की तकलीफें दूर करने के लिए प्रयोग की जाती है। यह सब तरह के आँखों के रोगों की उत्तम दवा है। इसका सेवन आँखों को ताकत देता है और दृष्टि को मजबूत बनाता है।
सप्तामृत लौह का सेवन दिमाग, आँखों, कान, नाक, गले, आदि इन्द्रियों को ताकत देता है। सही पथ्य का पालन करने पर इसका सेवन एसिडिटी, गैस, मूत्राघात/पेशाब का शरीर में रूक जाना, बुखार, उल्टी, अनीमिया आदि पर अच्छे प्रभाव दिखाता है। आईएसकेडी मेडीफिट, आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरुप सिंह
आईएसकेडी मेडीफिट द्वारा बनायी गयी सप्तामृत लौह के मुख्या घटक द्रव्य (ISKD Medifit Saptamrit Lauh Ingredients):
सप्तामृत लौह में निम्न औषधियां प्रयोग की जाती हैं जो पूरी तरह से 100% प्राकृतिक हैं और किसी भी तरह के केमिकल से रहित हैं
- मुलेठी – 10 ग्राम
- हरड़ – 10 ग्राम
- बहेड़ा – 10 ग्राम
- आंवला – 10 ग्राम
- लोह असम – 10 ग्राम
- अश्वगंधा – 10 ग्राम
- गुग्गुल – 10 ग्राम
- गिलोय – 10 ग्राम
- शुद्ध शहद – 50 ग्राम
- सप्तामृत लोह की एक से दो गोली दिन में दो बार सादे पानी या गाय के दूध के साथ भोजन करने के बाद लेना चाहिए
सबसे पहले भस्म और शहद को छोड़कर शेष सभी जड़ी बूटियों को छाया में अच्छी तरह सुखा कर साफ कर लिया जाता है तथा उन्हें अच्छी तरह कूट पीसकर कपड़े से छान लिया जाता है। इसके पश्चात इस मिश्रण में लोह भस्म और शहद को मिला कर मिश्रण को खूब अच्छी तरह मिक्स किया जाता है। इस तरह आईएसकेडी मेडीफिट की सप्तामृत लौह बनकर तैयार है।
इस दवाई का नियमित सेवन करने से यदि किसी को चश्मा लगा हुआ हो तो इसके नियमित इस्तेमाल से वह भी हट जाता है। इस औषधि को हम आयुर्वेदिक टॉनिक कह सकते हैं क्योंकि यह दवा दिमाग एवं नेत्र संबंधी विकारों के लिए बहुत ही उत्तम रसायन मानी जाती है।
इसके अतिरिक्त यदि किसी को मोतियाबिन्द सफेद आता हो तो- उसके लिए एक नेत्र बिन्दू का प्रयोग इस प्रकार है:
- एक प्याज का रस – 50 एम.एल.
- नीबू का रस – 50 एम.एल.
- अरदक का रस – 50 एम.एल.
- शुद्ध मधु – 50 या 100 एम.एल.
सबको मिलाकर एक घोल बन गया।
इसे कुछ समय बाद जब गाद नीचे बैठ जाए, तब ऊपर के स्वच्छ भाग को अलग कर एक काँच की शीशी में डालकर फ्रिज में रख दें। इसमें से सुबह-शाम दो-दो बून्द प्रत्येक आँख में डाले। यह दवा जरा लगती है, अतः उष्ण प्रकृति वाले या जिनकी आँखों में लाली हो, उनको इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। लमबे समय तक इसका उपयोग किया जा सकता। है। आँखों में गन्दा पानी जमा नहीं होता, मोतियाबिन्द जैसी बीमारी नहीं होगी।
आईएसकेडी मेडीफिट सप्तामृत लौह के लाभ | Benefits of ISKD Medifit Saptamrit Lauh in Hindi
- यह दृष्टि की कमजोरी को दूर करती है।
- इसका सेवन आँखों की लाली, खुजली, पानी गिरना, अंधेरा छाना, रतौंधी, आँखों में दर्द आदि तकलीफों को दूर करता है।
- आँखों के अतिरिक्त यह पूरे स्वास्थ्य पर अच्छे प्रभाव डालता है।
- यह शरीर में लोहे की कमी को दूर करता है और अनीमिया के कारण होने वाली परेशानियों से बचाव करता है।
- त्रिफला होने के कारण यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है और कब्ज़ नहीं होने देता।
- इसका महात्रिफला घी से साथ नियमित सेवन करने से लगा हुया चश्मा हट सकता है।
- यह सभी इन्द्रियों की शक्ति में वृद्धि करता है।
- यह एक टॉनिक है जो संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
आईएसकेडी मेडीफिट सप्तामृत लौह के चिकित्सीय उपयोग | Uses of ISKD Medifit Saptamrit Lauh in Hindi
यह दवा आँखों की सभी तरह की तकलीफों के लिए लाभदायक है। इसे आँखों में जलन, खुजली, कमजोरी, रतौंधी, मोतियाबिन्द, आदि सभी में प्रयोग किया जाता है।
सप्तामृत लौह का सेवन कब्ज़, कमज़ोर पाचन शक्ति, खून की कमी, कफ की वृद्धि, पेट के कीड़ों, वात-विकार, और शारीरिक कमजोरी को दूर करता है।
- आँखों की सभी तरह की तकलीफें
- छर्दि (Emesis)
- शूल (Colicky Pain)
- अम्लपित्त (Dyspepsia)
- ज्वर (Fever)
- मूत्राघात (Obstruction in urinary tract)
- तिमिर (early stage of Cataract)
- कलमा (Tiredness without exertion)
- अनाह (Distension of abdomen due to obstruction to passage of urine and stools)
- शोथ (Inflammation)
- शशिर शक्ति के लिए (Enhance body stamina)
- मस्तिष्क के लिए (Brain Development)
इस औषधि के सेवन से असमय होने वाले सफेद बालों में भी रोकथाम हो जाती है तथा बाल असमय सफेद नहीं होते हैं।
इसके सेवन से वीर्य वृद्धि होती हैं तथा चेहरे पर एक नई रोनक आ जाती है।
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- आईएसकेडी मेडीफिट सप्तामृत लौह के एक डिब्बे में 150 गोलियां होती हैं
- आईएसकेडी मेडीफिट सप्तामृत लौह के एक डिब्बे की कुल कीमत 250 रूपये होते हैं
- कोरियर चार्ज 100 रूपये होते हैं
आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरुप सिंह
फोन: 9999234686, 9560510705
ईमेल: [email protected]
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