आज मनुष्य चारों दिशाओं से एक तनाव की जिंदगी जी रहा है फिर वो चाहे घर की चार दीवारें हों या फिर उसका अपना ऑफिस. ऐसे में ध्यान लगाना इन्सान के लिए बहुत जरुरी हो गया है. जीवन (Life) के उद्देश्य को प्राप्त करने और तनावमुक्त रहने का सबसे सरल एंव उपयोगी तरीका ध्यान या Meditation ही है. आज आपको ध्यान लगाने की सम्पूर्ण जानकारी दी जाएगी. आईएसकेडी मेडीफिट, आयुर्वेदाचार्य ब्रह्मस्वरुप सिंह
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में इन्सान के पास सुकून की सबसे ज्यादा कमी है, आज इन्सान के पास पैसा है लेकिन सुकून नहीं है. आज इंसान हर रोज की इसी आपाधापी के शोर से थोड़ी देर के लिए ही सही लेकिन अपने दिमाग को शांत रखना चाहता है. ऐसा करने से वो सुख की अनुभूति जरूर करता है. अगर आप बहुत तनाव में हैं या जीवन में अप्रसन्न रहते हैं तो आप मेडिटेशन (Meditation) का सहारा ले सकते हैं जिससे आपकी जिंदगी बदल सकती है.
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दरअसल, मेडिटेशन दिमाग को शांत करने में काफी मददगार साबित होता है। अगर आपका दिमाग शांत और प्रसन्न रहेगा तो आपकी सभी परेशानियां अपने आप ही हल होने लगेंगी और हर काम को करने में आपकी अधिक से अधिक रूचि जागेगी. यही कारण है कि आज पूरी दुनिया योग के द्वारा शरीर को और मेडिटेशन के जरिये अपने दिमाग को स्वस्थ रखने की कोशिश कर रही है. इसीलिए हर साल 15 मई को विश्व मेडिटेशन दिवस (World Meditation Day) के रूप में मनाया जाता है. यहां हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं मेडिटेशन से जुड़ी हर वो छोटी से बड़ी बात (Benefits of Meditation), जो आपके और आपके परिवार के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी.
मेडिटेशन (ध्यान) क्या है – What is Meditation
आज भी बहुत से लोग मेडिटेशन (ध्यान) का मतलब ही नहीं जानते और अगर जानते भी है तो वह मेडिटेशन को योग की तरह ही समझते हैं लेकिन आपको बता दें कि दोनों में काफी अंतर है। योग शरीर की कसरत है और मेडिटेशन, दिमाग की कसरत। मेडिटेशन का अर्थ होता है, एकाग्र भाव से ध्यान लगाना, जिसका उद्देश्य होता है मनुष्य को आत्मिक शांति प्रदान करना। ध्यान (Meditation) एक प्रकार की क्रिया है, जिसमें इंसान अपने मन को चेतन की एक विशेष अवस्था में लाने की कोशिश करता है.
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इसमें अपने मन को शांति देने से लेकर आंतरिक ऊर्जा (Energy) या जीवन- शक्ति का निर्माण करना होता है जो हमारी जिंदगी मे सकरात्मकता और खुशहाली लाती है। इसकी साहयता से कोई भी इंसान अपने उद्देश्य पर अपना ध्यान केंद्रित करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकता है। मेडिटेशन का चलन अभी हाल- फिलहाल में नहीं आया है बल्कि आदिकाल से लोग इसका इस्तेमाल शांति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए करते आ रहे हैं.
ध्यान के प्रकार – Types of Meditation : मेडिटेशन पांच प्रकार का होता है (5 Types Of Meditation)
- ज़ेन मेडिटेशन (Zen meditation) ज़ेन मेडिटेशन बौद्ध परंपरा का एक हिस्सा है.
- माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation).
- अध्यात्मिक मेडिटेशन (Spiritual meditation).
- कुंडलिनी योग ध्यान (Kundalini yoga).
- मंत्र मेडिटेशन (Mantra Meditation).
1. ज़ेन मेडिटेशन (Zen meditation)
ज़ेन मेडिटेशन बौद्ध परंपरा का एक हिस्सा है। इसका अभ्यास एक ट्रेंड प्रोफेशनल के मार्गदर्शन में करना चाहिए। इसके अभ्यास में कुछ विशेष स्टेप्स और आसन शामिल होते हैं। यह आपके दिमाग को तेज़ करने में मदद करता है और आपको तनाव दूर करके रिलैक्सेशन प्रदान करता है.
2. माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation)
माइंडफुलनेस मेडिटेशन का ध्यान का एक रूप है जो अभ्यास करने वाले व्यक्ति को वर्तमान में जागरूक और उपस्थित रहने में मदद करता है। इस मेडिटेशन के अभ्यास से आप खुद को सचेत और सतर्क बना सकते हैं। इसके अभ्यास के दौरान आप अपने आस-पास हो रही सभी गतिविधियों, ध्वनियों और महक पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इसका अभ्यास कहीं भी, कभी भी किया जा सकता है.
3. अध्यात्मिक मेडिटेशन (Spiritual meditation)
हिंदू और ईसाई धर्म में पॉपुलर, आध्यात्मिक ध्यान आपको अपने ईश्वर के साथ एक गहरा संबंध बनाने में मदद करता है। इस ध्यान का अभ्यास करने के लिए आपको इतना सुनिश्चित करना है कि आप मौन में बैठें और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। ध्यान करते हुए आप का हर एक विचार आपकी सांसों पर केंद्रित होना चाहिए.
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4. कुंडलिनी योग ध्यान (Kundalini yoga)
कुंडलिनी योग ध्यान का एक प्रकार है जिसमें आप शारीरिक रूप से सक्रिय होते हैं। इसमें गहरी सांस लेने और मंत्रों का उच्चारण करने के साथ-साथ कई मवमेंट्स भी शामिल होते हैं। इसके लिए आपको आमतौर पर क्लास लेने की आवश्यकता होती है या फिर आप किसी प्रशिक्षक से सीख सकते हैं। हालांकि, आफ घर पर भी आसन और मंत्र सीख सकते हैं.
5. मंत्र मेडिटेशन (Mantra Meditation)
मंत्र एक संस्कृत शब्द है जो दो शब्दों से मिलकर बना है मन (man) जिसका अर्थ है “मस्तिष्क” या “सोचना” और त्राइ (trai) जिसका अर्थ है ”रक्षा करना” या ”से मुक्त करना”। इसलिए मंत्र का मतलब है अपने मन को मुक्त करना या सोच को मुक्त करना। मंत्र मेडिटेशन का अभ्यास आपके मन को नेगेटिव विचारों से दूर करके इसे सकारात्मकता की ओर ले जाता है.
ध्यान कैसे करें – How to Meditate
मेडिटेशन करने का फायदा (meditation ke fayde) तभी है, जब आप इसे सही तरीके से करें। यह आपको शारीरिक और मानसिक, दोनों तौर पर शांति और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करेगा। यहां हम आपको मेडिटेशन करने की सबसे सरल विधि से अवगत करा रहे हैं। बता दें कि मेडिटेशन करने की कई विधियां हैं, जिनको अलग- अलग तरह से किया जाता है। अगर आप किसी खास तरह का मेडिटेशन कर रहे हैं तो बेहतर रहेगा कि आप एक अनुभवी ट्रेनर से ट्रेनिंग लें.
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स्टेप 1. अपना स्थान चुनें : मेडिटेशन के लिए आपको एक शांत स्थान की जरूरत होती है। इसलिए एक अच्छा शांत स्थान चुनें।
स्टेप 2. सही समय चुनें : सही स्थान की तरह ही सही समय भी चुनना बहुत ज़रूरी होता है। ज्यादातर लोग सुबह-सुबह मेडिटेशन करते हैं। आप चाहें तो दिन के किसी और समय भी मेडिटेशन कर सकते हैं।
स्टेप 3. शरीर को स्ट्रेच करें : मेडिटेशन करने से पहले 30 सेकेंड तक अपने शरीर को स्ट्रेच करें। स्ट्रेच करने से पूरा शरीर एक सही मोड में आ जाता है।
स्टेप 4. सही अवस्था में बैठें : चौकड़ी लगाकर, कमर सीधी करके बैठना मेडिटेशन के लिए सही अवस्था मानी जाती है। इससे आपके फोकस करने की और श्वसन की प्रणाली क्षमता आसानी से बढ़ती है। अपनी कमर को सीधा रखें। सीने को चौड़ा रखें और आलथी- पालथी लगाकर बैठें। अपना सिर सीधा रखें और आंखें बंद कर लें।
स्टेप 5. श्वसन क्रिया : किसी भी तरह के मेडिटेशन को करने के लिए ब्रीदिंग अत्यंत आवश्यक है। धीरे- धीरे सांस लें और छोड़ें और अपनी श्वसन क्रिया पर फोकस करें यानि ध्यान लगाएं। हर गहरी सांस पर गिनती करें और इस क्रिया को दोहराएं। अपनी श्वास पर अपना ध्यान केंद्रित करें। उसकी गति या तीव्रता को घटाएं या बढ़ाएं नहीं।
स्टेप 6. दिमाग खाली रखें : मेडिटेशन के दौरान दिमाग में आलतू- फालतू विचारों को न आने दें। खुद को एकाग्र करने के लिए उल्टी गिनती गिनें और ध्यान में फोकस करें।
स्टेप 7. मेडिटशन को समाप्त करें : याद रखें, ध्यान से बाहर निकलते समय एकदम से अपनी आंखें न खोलें। खुद को धीरे- धीरे फोकस पॉइंट से दूर करें। रिलैक्स रहें लेकिन और श्वास धीरे- धीरे लें और छोड़ें और धीरे- धीरे ही अपनी आंखें भी खोलें.
मेडिटेशन (ध्यान) अभ्यास दिन में कितनी बार करना चाहिए
मेडिटेशन का अभ्यास आप योग की तरह ही दिन में एक या दो बार कर सकते हैं लेकिन जरूरी है कि इसका अभ्यास आप हर रोज़ करें.
मेडिटेशन करने का सही समय
मेडिटेशन (ध्यान) का अभ्यास वैसे तो दिन में किसी भी समय किया जा सकता है, जब भी आप इसे करने में सहज हो और आपके आस-पास का माहौल फोकस करने के लिए उचित हो। परंतु सुबह का समय सूरज उगने पर मेडिटेशन (ध्यान) का अभ्यास करना सबसे उचित माना जाता है। यह आपकी इंद्रियों को खोलता है, दिमाग को सक्रिय करता है और मन को शांत करता है। इसके अलावा आप शाम के समय भी मेडिटेशन का अभ्यास कर सकते हैं.
ध्यान के फायदे – Benefits of Meditation
मेडिटेशन विश्राम पाने की एक प्रक्रिया है। ध्यान करने से हम अपने किसी भी काम को एकाग्रता और रुचि के साथ पूरा कर सकते हैं। मेडिटेशन एक ऐसी क्रिया है, जिसके माध्यम से आप अपने जीवन की अनेक समस्याओं का निवारण कर सकते हैं। तो आइए जानते है मेडिटेशन करने से होने वाले फायदों (meditation karne ke fayde) के बारे में..
1. तनाव दूर करें – Release Stress
ऐसा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि रोजाना ध्यान लगाने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इससे मानसिक तनाव, चिंता, भय और हीनभावना से छुटकारा मिलता है। मेडिटेशन बढ़ते तनाव को कम कर , हॉर्मोनल असंतुलन जैसी परेशानियों को दूर कर हमारे तन- मन को तरोताजा करता है.
2. खुशी का एहसास – Feeling Happy
मेडिटेशन करने से गुस्सा करने की आदत धीरे- धीरे काबू में आ जाती है, जिससे हमारा मन हमेशा तनाव मुक्त रहते हुए खुश रहता है। रोजाना मेडिटेशन करने से आप लगभग अपने हर इमोशन पर कंट्रोल बनाये रख सकते हैं। इससे आपके आसपास अच्छा और पॉजिटिव माहौल बना रहता है.
3. बेदाग और निखरी त्वचा
मेडिटेशन आपके शरीर की कोशिकाओं एवं इंद्रियों को नियत्रिंत कर मांसपेशियों को आराम देता है और नई त्वचा कोशिकाओं का निर्माण कर हमारे शरीर को क्रियाशील बनाता है। ये तनाव का मुकाबला कर चेहरे पर पड़ी झुर्रियों की समस्या को दूर करता है। इससे आपको मिलती है निखरी और बेदाग त्वचा.
4. कंट्रोल में रहता है ब्लडप्रेशर – Control Blood Pressure
मेडिटेशन करने का सबसे बड़ा स्वास्थ्य लाभ (meditation ke fayde) यह है कि इसे करने से दिल पर पड़ने वाला दबाव कम होता है, जिससे हमारे शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। ध्यान को ब्लडप्रेशर की समस्या के लिए आप टॉनिक की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं.
5. मानसिक स्वास्थ्य में लाभदायक – Beneficial in Mental Health
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर दूसरा आदमी मानसिक रूप से परेशान है। हमारा मन एकाग्र होना तो दूर, संतुष्ट भी नहीं रह पाता है। दिमाग में हर समय उथल- पुथल मची रहती है। ऐसे में दिमाग को शांत करने के लिए मेडिटेशन से बढ़िया कोई दूसरा उपाय नहीं है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे कई सारे है ये तनाव को कम कर हमारे दिमाग को आराम पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है.
6. याददाश्त बढ़ाने में मददगार – Helps in Enhancing Memory
अगर हमारे दिमाग को कुछ जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते हैं तो वह कमजोर होने लगता है, जिसकी वजह से हमारी याददाश्त भी कमजोर हो जाती है। इस समस्या से बचने के लिए मेडिटेशन करना इसका रामबाण इलाज है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे कई सारे है ये नियमित तौर पर ध्यान करने से आपके दिमाग के साथ शरीर में भी ब्लड का सर्कुलेशन होता रहता है, जिससे दिमाग दुरुस्त रहता है और इससे आपकी याददाश्त भी बढ़ती है.
7. बुरी आदतों को छोड़ने में कारगर
जी हां, लत कैसी भी हो, मेडिटेशन का सहारा लेकर इसे आसानी से छोड़ा जा सकता है। मेडिटेशन के शरीर के लिए फायदे (meditation ke fayde) कई सारे है। मेडिटेशन करने से इच्छाशक्ति मजबूत होती है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसके द्वारा आप अपनी बुरी भावनाओं, आदत और लालसा को नियंत्रित कर उनका त्याग कर सकते हैं.
8. एकाग्रता में वृद्धि – Increase in Concentration
एक नहीं बल्कि बहुत से शोधों में ये पाया गया है कि मेडिटेशन करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है। इस क्रिया के द्वारा आप किसी नीरस कार्य को भी निश्चित समय में आसानी से रुचिपूर्ण तरीके से पूरा कर सकते हैं.
मैडिटेशन करते समय यह सावधानियां जरूर बरतें – Good Meditation Tips
- ध्यान लगाते समय अपनी सांस को नियंत्रित रखें। अचानक से कम और तेज न करें.
- मेडिटेशन हमेशा ढीले वस्त्र पहनकर ही करें तो बेहतर रहेगा.
- ध्यान करने के लिए सूर्योदय से पहले और रात के भोजन से पहले का समय बेहतर रहता है.
- ध्यान को समाप्त करने के लिए जल्दबाजी न करें, धीरे- धीरे सामान्यावस्था में आना चाहिए.
- आप चाहें तो ध्यान के समय कुछ सुगंधित फूल और धूप या अगरबत्ती भी रख सकते हैं.
- कोशिश करें कि ध्यान के समय आपका पेट खाली हो.
- ध्यान करते समय अपने चेहरे पर मुस्कुराहट बनाए रखें, इससे आपको खुशी का अनुभव होगा.
- ध्यान के समय आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होनी चाहिए, कंधे तने और सीना बाहर की ओर निकला हुआ होना चाहिए.
मेडिटेशन से जुड़े कुछ सवालों के जवाब:
क्या मेडिटेशन बिना किसी ट्रेनर के घर पर किया जा सकता है ?
जी हां, बेशक आप मेडिटेशन बिना किसी ट्रेनर के घर पर कर सकते हैं। घर पर मेडिटेशन शुरू करने के लिए आपको चाहिए होगा शांतिपूर्ण और साफ- सुथरा कमरा। अपनी रीढ़ को, बिना शरीर पर दबाव डाले, सीधा रखें, जमीन पर चौकड़ी यानि पालथी मारकर सीधे बैठें और एकाग्र मन से ध्यान लगाएं।
ध्यान में जाने पर शरीर में कंपन होते हैं, क्या करें ?
ध्यान में झटके लगना या शरीर में कंपन होना इस बात का संकेत है कि आप ध्यान सही से नहीं लगा रहे हैं। दरअसल, ध्यान के दौरान जो ऊर्जा जागृत की है, वो सहसत्रात पर नहीं को तो आपके शरीर में इधर- उधर ट्रैवल करने लगती है और आपको झटके महसूस होने लगते हैं। इसीलिए जरूरी है कि जब आप मेडिटेशन यानि ध्यान लगाना शुरू करते हैं तो उससे पहले अपनी श्वास को बैलेंस कर लें।
क्या मेडिटेशन करने के नुकसान भी होते हैं ?
वैसे तो ध्यान लगाने के अनेक फायदे हैं लेकिन साइंस इसके दोनों नजरिये पेश करती है। ध्यान के आलोचकों ने इसके कई नुकसान भी बताये हैं, जिसमें से एक आलोचक जॉइनर की किताब में लिखा है कि ध्यान या मेडिटेशन लोगों को दुनिया से भगाने के लिए प्रेरित करने के अलावा कुछ नहीं है। लोग इसे अलगाव से मुक्त होने का ज़रिया मानते हैं।
मेडिटेशन करने का सबसे सही समय कौन- सा होता है ?
मेडिटेशन करने को लेकर ऐसा कोई खास नियम या पाबंदी नहीं है। मेडिटेशन किसी भी समय किया जा सकता है। हालांकि, अगर आप सुबह जल्दी उठकर या फिर देर रात के समय ध्यान लगायेंगे तो यह किसी अन्य समय के हिसाब से उत्तम साबित होगा। दरअसल, सुबह और रात में शोर कम या फिर न के बराबर होता है।
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